वैदिक ज्योतिष में बारहवें भाव का महत्व

वैदिक ज्योतिष में बारहवां भाव – व्यय और अलगाव का यह भाव हमारे अवचेतन स्वभाव का प्रतिनिधित्व करता है। आपकी जन्म कुंडली का अंतिम भाव होने की वजह से ज्योतिष में व्यय भाव का मतलब यह है कि सब समाप्त होने वाला है, क्योंकि इसी भाव में जीवन का चक्र पूरा होता है। आपको जिन चीजों से अलग होना है, इन सभी के बारे में इस भाव में बताया गया है। साथ ही यह भाव आपके अत्यधिक खर्च के साथ आपके पतन की साजिश रचने वाले छिपे हुए दुश्मनों को भी सामने लाता है। वैसे, आपकी जन्मकुंडली का बारहवां भाव हमें उन चीजों को नजरअंदाज करना सिखाता है, जिनसे अब हमारा कोई भी उद्देश्य पूरा नहीं हो पा रहा है। तो चलिए, अब हम यह पता करते हैं कि आपकी कुंडली में बारहवें भाव का वास्तव में अर्थ क्या है।


क्या दर्शाता है बारहवां भाव? (What does the 12th House Represent?)

  • अकेलापन
  • एकांत
  • भौतिकवादी इच्छाएं
  • मुक्ति
  • कष्ट
  • व्यर्थ चीजें
  • खर्च के स्रोत
  • दिव्य ज्ञान
  • सहानुभूति
  • नाखुशी
  • अंत

वैराग्य भाव यानी कि ज्योतिष में 12वां भाव आध्यात्मिक पथ पर चलने वाले लोगों के लिए बड़ा ही महत्वपूर्ण होता है। इसके अलावा इस भाव का प्रभाव आश्रम, ध्यान केंद्रों व मठों एवं पूजा स्थलों पर भी पड़ता है। सपनों, भावनाओं और रहस्यों जैसे अदृश्य क्षेत्रों पर बारहवें भाव का ही नियंत्रण रहता है। यहां तक कि गुप्त चिंताएं, डर, तनाव, हीन भावना और सभी भाग्यशाली मामलों पर भी नियंत्रण बारहवें भाव का ही रहता है।

वैसे, आपकी कुंडली का जो यह अंतिम भाव है, यह भौतिक सुखों एवं आसक्तियों के बंधनों से आपकी आत्मा के आजाद होने के बारे में बताता है। हम सभी को यह मालूम है कि हम खाली हाथ आए हैं और खाली हाथ ही इस दुनिया से एक दिन चले भी जाएंगे।

चाहे लोभ हो या फिर प्रगति, सफलता हो या फिर यश, धन और संसार के बाकी मोह, ये सारी चीजें हमारे साथ केवल तभी तक हैं, जब तक हमारी सांसें चल रही हैं। सबसे ऊंचे स्तर पर हम विचार करें, तो हम यह पाते हैं कि बारहवां भाव इन भौतिकवादी सुखों को त्यागने की हमारे अंदर मौजूद क्षमताओं एवं इच्छाओं का निर्धारण करता है।

वैदिक ज्योतिष में बारहवें भाव का दुर्भाग्य, अशांत समय, चुनौतियों एवं खर्चो के साथ बहुत गहरा रिश्ता होता है। ग्रह जब इस भाव से गुजरता है तो इस बात की संभावना रहती है कि हमारे जीवन में काम करने वाले लोगों की ओर आकर्षित हो जाए। यही वजह है कि वैदिक ज्योतिष में बारहवें घर की एक महत्वपूर्ण भूमिका रहती है।

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अब आपको यह पता चल गया है कि वैदिक ज्योतिष में बारहवें भाव का अर्थ क्या होता है और इसका क्या प्रभाव पड़ता है। अब हमें यह जानना है कि बारहवें भाव का स्वामी आखिर कौन है। आमतौर पर शनि बारहवें भाव का प्राकृतिक कारक है। वहीं, इस भाव का स्वामी बृहस्पति है। वह इसलिए कि मीन राशि के भाव को यह नियंत्रित करता है। वैसे, आपके लग्न के आधार पर यह संभव है कि बारहवें भाव का स्वामी बदल जाए। तो आइए बारहवें भाव में स्थित राशि और उसके स्वामी के महत्व के बारे में हम अधिक जानकारी प्राप्त करते हैं।


ज्योतिष में बारहवें भाव का महत्व और आपके लग्न के आधार पर उनके स्वामी (Significance of the 12th House in Astrology and Their Lords Based on Your Ascendant)

मेष लग्न (Aries Ascendant)

बारहवें भाव में मेष (Aries in the twelfth house): आपका बारहवां भाव मेष राशि का है। इस तरह से आपकी कुंडली में बारहवें भाव का स्वामी मंगल है। जैसा कि आपको मालूम ही है कि मंगल एक उग्र ग्रह है। ऐसे में जब इसका आप पर प्रभाव पड़ता है, तो आपका स्वभाव आवेगी बन जाता है। साथ ही आप जिद्दी भी बन सकते हैं। इतना ही नहीं, जल्दबाजी में जो आप आवेश में आकर कोई भी निर्णय ले लेते हैं, इसकी वजह से कई बार आप समस्याओं से भी घिर जाते हैं।

यदि आपके पास जो बुद्धिमता मौजूद है, आप उसका सही तरीके से इस्तेमाल करते हैं, तो आपके पास इतनी अधिक ऊर्जा मौजूद है कि इसके जरिए आप एक महान नेता बन सकते हैं। आपकी जो मूल शक्ति है, वह यह है कि दूसरे आपसे ईर्ष्या करते हैं। व्यक्तिगत मोर्चे पर देखा जाए तो आपकी जिंदगी में आप अपने प्रियजनों के नजरिए को काफी महत्व देते हैं। आप अपनी भावनाओं को ज्यादातर छिपाकर रखने की कोशिश करते हैं। फिर भी कई बार ऐसा होता है भी होता जब अपनी भावनाओं पर आपका नियंत्रण नहीं रह जाता है।

वृषभ लग्न (Taurus Ascendant)

बारहवें भाव में वृषभ (Taurus in the twelfth house): आपका बारहवां भाव वृषभ राशि का है। इस तरह से आपकी कुंडली में बारहवें भाव का स्वामी शुक्र है। दूसरों की पीड़ा को आप बड़ी ही गहराई में जाकर महसूस कर लेते हैं। इतना ही नहीं, उनके दुखों के प्रति भी आप बड़े ही संवेदनशील होते हैं। कोई भी यदि आपको स्वार्थी कहता है, तो यह बिल्कुल ही गलत है, क्योंकि आप ऐसे हैं ही नहीं। जब प्यार या फिर रिश्ते की बात आती है, तो आप अपनों को सुरक्षित महसूस कराने के लिए हर वह चीज करते हैं, जो आपके बस में है। इतना ही नहीं, उनकी जो मांगें होती हैं या फिर उनकी जो आपसे अपेक्षाएं हैं, उन्हें पूरा करने के लिए आप अतिरिक्त प्रयास भी करते हैं।

वास्तव में देखा जाए तो आपकी उदारता से किसी का भी मेल खाना बहुत ही मुश्किल है, क्योंकि आप सब कुछ इसके लिए छोड़ देते हैं। हालांकि, आपको दरियादिली भी तभी दिखाना चाहिए, जब वास्तव में इसकी जरूरत हो। नहीं तो संभव है कि आपकी दयालुता और आपके कोमल ह्रदय का लोग अनुचित लाभ भी उठा लें।

मिथुन लग्न (Gemini Ascendant)

बारहवें भाव में मिथुन (Gemini in the twelfth house): आपका बारहवां भाव मिथुन राशि का है। इस तरह से आपकी कुंडली में बारहवें भाव का स्वामी बुध है। आप बड़े ही बातूनी प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं। इसकी वजह से कई बार आपको पछताना भी पड़ता है। आप सोच रहे होंगे कि आखिर क्यों? वह इसलिए कि दूसरों की जो बातें या फिर उनके जो रहस्य हैं, उन्हें साझा करना बिल्कुल भी सही नहीं है। क्यों सही कहा न?

बात करने के दौरान यह जरूरी होता है कि आप चीजों को थोड़ा दबाकर भी रखें। आप उन चीजों का भी पूरा बखान कर देते हैं, जिन्हें छिपा कर रखने की जरूरत होती है। सबसे ज्यादा परेशान करने वाली बात यह है कि एक बार जब आप किसी छिपाकर रखी हुई बात को दूसरों के सामने खोल देते हैं, तो आप अपने दोस्तों या करीबियों को कितना भी क्यों न समझा दें और उन्हें स्पष्टीकरण दे दें, वे आपको नहीं समझने वाले। इसलिए ध्यान रखें कि बोलने से पहले आप दो बार जरूर सोच लें। जो आपकी जिंदगी में वास्तव में बड़े ही मायने रखते हैं, उन्हें आप खुश रखें।

कर्क लग्न (Cancer Ascendant)

बारहवें भाव में कर्क (Cancer in the twelfth house): आपका बारहवां भाव कर्क राशि का है। इस तरह से आपकी कुंडली में बारहवें भाव का स्वामी चंद्रमा है। आपके घर की सुख-सुविधाएं आपके लिए बहुत मायने रखती हैं। साथ ही आप यह भी चाहते हैं कि जो आपके करीबी लोग हैं, उनसे आपकी घनिष्ठता बनी रहे। आपकी यदि कोई आलोचना करता है, तो इससे आपको बिल्कुल भी ऐतराज नहीं है। फिर भी आपके मूड में होने वाले परिवर्तन की वजह से आपको जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

जब आप बिल्कुल सहज यानी कि अपने मूल स्वरूप में रहते हैं, तब आप के अंदर आनंद भरा होता है। आपका जो संवेदनशील पक्ष है, वह भी तभी सामने आता है, जबकि आप बिल्कुल आरामदायक स्थिति में हैं। आपका बाहरी व्यक्तित्व भी आपके लिए बहुत ही जरूरी है। इसलिए इसे विकसित करने पर भी आपको पूरा ध्यान देना चाहिए। दूसरों को खुश करने के लिए आप अपनी इच्छाओं को भी कई बार भूल जाते हैं।

सिंह लग्न (Leo Ascendant)

बारहवें भाव में सिंह (Leo in the twelfth house): आपका बारहवां भाव सिंह राशि का है। इस तरह से आपकी कुंडली में बारहवें भाव का स्वामी सूर्य है। लोगों को यकीन नहीं होता, लेकिन अंदर से आप बहुत ही मजबूत हैं। इसके बारे में लोगों को बिल्कुल भी मालूम नहीं होता। फिर भी यदि कोई आपकी ताकत को चुनौती देता है, तो उस दौरान आपके अंदर जो छुपी हुई शक्ति है या फिर जिसे आप अचेतन शक्ति कह सकते हैं, वह सामने आ जाती है। यदि कोई आपका बेहद करीबी मुसीबत में होता है, तो आप उनके लिए सुपरहीरो बन जाते हैं। आप अपने अंदर छिपी ताकतों का इस्तेमाल करते हैं। इनके जरिए आप उन्हें मुसीबतों से बाहर निकाल लाते हैं।

साथ ही आपके अंदर जो कमियां मौजूद हैं, उन्हें स्वीकार करने की जगहजब बारी आती है, तो आपके अंदर इसे लेकर काफी द्वंद्व चलता रहता है। यह बताने की जरूरत बिल्कुल भी नहीं है कि दूसरों का ध्यान अपनी और आकर्षित करने में आप पूरी तरह से सक्षम हैं। आपके सपने भले ही आसमान छू रहे हों, लेकिन उन्हें वास्तविकता में बदलने के लिए आप ज्यादा समय नहीं दे पाते हैं, क्योंकि दूसरों की मदद करना आपकी प्राथमिकताओं में शामिल होता है।

कन्या लग्न (Virgo Ascendant)

बारहवें भाव में कन्या (Virgo in the twelfth house): आपका बारहवां भाव कन्या राशि का है। इस तरह से आपकी कुंडली में बारहवें भाव का स्वामी बुध है। आप उन चीजों को बहुत ही स्पष्ट तरीके से देख सकते हैं, जो बाकी लोगों को नजर नहीं आ रहा है। जब आप अपने सपनों के पीछे भाग रहे होते हैं, तो इस दौरान आप बड़े ही अनुशासित रहते हैं। ज्यादातर आप बेहद सरल योजनाएं तैयार करते हैं। बहुत ही आसान रणनीतियों के साथ आप सामने आते हैं।

किसी भी प्रोजेक्ट से संबंधित महत्वपूर्ण विवरणों को लेकर जब आप अपनी चिंताओं को काफी बढ़ा-चढ़ा कर पेश करते हैं, तो इसमें जो आपके व्यावसायिक भागीदार होते हैं, वे क्रेजी हो सकते हैं। यह बताने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है कि जब आप बोल रहे होते हैं, तो आप काफी धीरे-धीरे आगे बढ़ते हैं। जब आप यह देख लेते हैं कि स्थितियां कितनी आरामदायक हैं, तो उसके बाद ही आप अपने व्यवहारिक दृष्टिकोण को साझा करते हैं। आपके साथ यह चीज है कि आप निर्णय काफी तेज लेते हैं। ऐसे में यह बहुत जरूरी हो जाता है कि किसी के भी बारे में अपने मन में कोई छवि बना लेने से पहले उसे ठीक तरीके से जान लिया जाए।

तुला लग्न (Libra Ascendant)

बारहवें भाव में तुला (Libra in the twelfth house): आपका बारहवां भाव तुला राशि का है। इस तरह से आपकी कुंडली में बारहवें भाव का स्वामी शुक्र है। भले ही आप अपने आपको दिखाते हैं कि आप काफी कठोर हैं। आप एकदम आजाद मिजाज के हैं, लेकिन अपने करीबी लोगों के लिए आप बड़े ही दयालु प्रवृत्ति के इंसान हैं। वे आपके लिए बहुत मायने रखते हैं। जब आप अपने दिल की भावनाओं को बाहर लाकर रख रहे होते हैं, तो आपको एक ऐसे साथी की जरूरत होती है, जो सही मायने में आपको समझ सके।

फिर भी आप इसे ढक कर ही रहना चाहते हैं। ऐसे में ये चीजें अनकही ही रह जाती हैं। इस वजह से अपने साथी को ढूंढ पाना आपके लिए मुश्किल हो जाता है। आप पर जो शुक्र ने अपना नियंत्रण बना रखा है, सुंदरता की ओर वह आपको मोहित कर देता है। इसमें हैरान करने वाली कोई बात नहीं है कि आपका स्वाद बड़ा ही समृद्ध है।

वृश्चिक लग्न (Scorpio Ascendant)

बारहवें भाव में वृश्चिक (Scorpio in the twelfth house): आपका बारहवां भाव वृश्चिक राशि का है। इस तरह से आपकी कुंडली में बारहवें भाव का स्वामी मंगल है। आप अपने जीवन में संसाधनों को बड़ा महत्व देते हैं। जैसा कि आप यह अच्छी तरीके से जानते हैं कि प्रकृति में ये बड़े ही दुर्लभ तरीके से मिलते हैं। ऐसे में आप इस बात को समझते हैं कि इनका बहुत ही बेहतर तरीके से उपयोग करना बहुत जरूरी है। आपके पास एक और प्रतिभा मौजूद है। वह यह है कि दूसरों के अंदर छिपी क्षमता को आप बहुत ही आसानी से पहचान सकते हैं।

वैसे, देखा जाए तो आप एक बड़े ही रहस्यमयी व्यक्ति हैं। फिर भी आप अचानक से अजीब तरीके से खर्च करते हैं। आपके लिए यह बेहतर होगा कि आप अपने दिमाग को खोल कर रखें। कम-से-कम अपने आप के प्रति आप सच्चे रहें। इसके अलावा गहराई में जो भावनाएं आपके अंदर छिपी हुई हैं, उन्हें आप स्वीकार करें। नहीं तो इनकी वजह से आप परेशानी में पड़ सकते हैं।

धनु लग्न (Sagittarius Ascendant)

बारहवें भाव में धनु (Sagittarius in the twelfth house): आपका बारहवां भाव धनु राशि का है। इस तरह से आपकी कुंडली में बारहवें भाव का स्वामी बृहस्पति है। अपनी विचार प्रक्रिया से आप हमेशा प्रेरित होते रहते हैं। इस बारे में जानने की आपके अंदर काफी उत्सुकता होती है कि दूसरे अपने जीवन में क्या कर रहे हैं। प्यार और रिश्ते की बात आती है तो इसमें आप काफी विनम्र रहते हैं। साथ ही आप खूब मौज-मस्ती भी करते हैं।

कभी-कभी आप कुछ ऐसी चीजों में भी शामिल हो जाते हैं, जिसकी वजह से दूसरे आप पर नाराजगी जाहिर करने लगते हैं। अब इसे रहने ही दें। आखिर इसकी परवाह कौन करता है। सफलता पाने का तो बस यही एक तरीका है। आप यह दिखाते हैं कि अध्यात्मिकता में आपका विश्वास नहीं है, लेकिन गुपचुप तरीके से कर्म में आपका विश्वास रहता है।

मकर लग्न (Capricorn Ascendant)

बारहवें भाव में मकर (Capricorn in the twelfth house): आपका बारहवां भाव मकर राशि का है। इस तरह से आपकी कुंडली में बारहवें भाव का स्वामी शनि है। आपकी सोच पारंपरिक रहती है। आप बड़े ही भरोसेमंद व्यक्ति हैं। फिर भी आपके अंदर जो एक भय छुपा हुआ है, उसकी वजह से आपके लिए रास्ते में दीवार खड़ी हो सकती हैं। परछाइयों के साथ जो आपका काम के प्रति प्यार है यानी कि जो चुनौतीपूर्ण कार्य करने के प्रति आप अपने अंदर जुनून होता है, इसकी वजह से आप बड़े ही रहस्यमयी कामों को भी कर पाते हैं।

जब आप एक मुक्त विचारधारा वाले बन जाते हैं, तो ऐसे में यह तय हो जाता है कि आपकी जिंदगी में मुसीबतें और बाधाएं आनी ही हैं। साथ ही आपके रास्ते में बाधक बन कर कई अनजानी चीजें भी आ सकती हैं। जब तक आपको बाहरी दुनिया में घट रही घटनाओं के बारे में जानकारी नहीं होती है, तब तक आप बड़े ही आराम से रहते हैं।

कुंभ लग्न (Aquarius Ascendant)

बारहवें भाव में कुंभ (Aquarius in the twelfth house): आपका बारहवां भाव कुंभ राशि का है। इस तरह से आपकी कुंडली में बारहवें भाव का स्वामी शनि है। दूसरों के लिए आप चीजों को बड़ा ही चुनौतीपूर्ण बना देते हैं। साथ ही आप उनसे समर्थन भी मांगते हैं। यह बताने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है कि आप न केवल एक शानदार व्यक्ति हैं, बल्कि आप अद्वितीय भी हैं। जिनसे सबसे कम उम्मीद होती है, उन्हीं चीजों के साथ सौदा करना आपको बहुत पसंद है।

अपने व्यक्तित्व के विभिन्न पहलुओं को समझने के लिए आपको थोड़ा समय निकालने की जरूरत है। आपको हमेशा यह लगता है कि लोग आपको नहीं समझते हैं। हालांकि, बेहतर यही होगा कि आप उनकी बातों को सुनें और उनकी बातों को समझें भी।

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मीन लग्न (Pisces Ascendant)

बारहवें भाव में मीन (Pisces in the twelfth house): आपका बारहवां भाव मीन राशि का है। इस तरह से आपकी कुंडली में बारहवें भाव का स्वामी बृहस्पति है। आध्यात्मिक रूप से आप बड़े ही बुद्धिमान हैं। फिर भी दूसरों के सामने दिखावा करने में आपको बिल्कुल भी विश्वास नहीं है। आपकी यह अच्छी बात है कि आप अपने अंदर बहुत सहानुभूति रखते हैं। दूसरों के दुखों को आप जल्दी समझ जाते हैं। दूसरों की भावनाओं को भी समझना कोई आपसे सीखे। फिर भी आपको इस बात की चिंता लगी रहती है कि दूसरे आप का फायदा उठा सकते हैं। यही वजह है कि आपके अंदर जो करुणा की भावना है, वह आपके अंदर ही दबी रह जाती है।

इसके अलावा आप किसी भी चीज को बहुत ही अच्छी तरीके से भांप लेते हैं। कहने का तात्पर्य यह है कि जब किसी एक चीज पर अपने नजरिए को साझा करने की बात आती है, तो आपका नजरिया वास्तव में बड़ा ही बौद्धिक होता है। यह दूसरों पर प्रभाव डालने वाला होता है। आपके जो विचार होते हैं, उन्हें बहुत जल्द दूसरों के साथ साझा करने के लिए आप बड़े ही उत्सुक रहते हैं।


बारहवें भाव में ग्रहों की स्थिति का प्रभाव (Influence of the Placement of Planets in the 12th House)

बारहवें भाव में सूर्य (Sun in the Twelfth House)

बारहवें भाव में सूर्य की उपस्थिति की वजह से आप बड़े ही विचारशील बन जाते हैं। आध्यात्मिकता की ओर आपका रुझान होने की पूरी संभावना रहती है। इतना ही नहीं, आप चेतना से भी गहराई तक जुड़े रहते हैं। वैसे, उन लोगों के प्रति आपके अंदर बड़ी सहानुभूति होती है, जो पिछले जन्मों के अपने बुरे कर्मों की वजह से इस जन्म में बड़े ही पीड़ित हैं। और पढ़ें…

बारहवें भाव में चंद्रमा (Moon in the Twelfth House)

चंद्रमा के चरणों की वजह से आपके मूड और भावनाओं में लगातार बदलाव हो सकता है, जिसका आप अनुभव कर सकते हैं। इसलिए जब भी भावनाएं मौजूद होंगी, तो इनमें उतार-चढ़ाव दिखने की पूरी संभावना रहती है। गर्म से अचानक जो ठंडा स्वभाव आपका हो जाता है, आपके इस बदलाव की वजह से आपके करीबियों के साथ आसपास के लोगों का ध्यान भी आपकी ओर आकृष्ट हो जाता है। और पढ़ें…

बारहवें भाव में बृहस्पति (Jupiter in the Twelfth House)

बृहस्पति के प्रभाव की वजह से आपको अपनी आत्मा से जुड़ी भावनाओं का पता बहुत ही अच्छी तरीके से लग पाता है। धार्मिक और आध्यात्मिक मार्ग की ओर आप बढ़ना शुरू कर देते हैं। समाज में जो भी जरूरतमंद और कमजोर वर्ग के लोग हैं, उनकी मदद के लिए आप हमेशा तैयार रहते हैं। दूसरों को आप हमेशा समझते हैं। आपके पास जो ज्ञान और परोपकार करने की भावना मौजूद है, दूसरों के साथ आप इसे साझा करने से भी नहीं चूकते। और पढ़ें…

बारहवें भाव में शुक्र (Venus in the Twelfth House)

दूसरों के साथ आप ऐसा रिश्ता बना लेते हैं, जिसमें बड़ा ही कमाल का संतुलन होता है। बारहवें भाव में शुक्र की ऊर्जा से आपको अपना कलात्मक कौशल दिखाने का अवसर मिलता है। इसके अलावा आप न केवल अपने सामाजिक, बल्कि रोमांटिक क्षमताओं को भी व्यक्त कर पाते हैं। रिश्ते में आप एक बड़े ही बेहतरीन साथी हैं, क्योंकि प्यार और रोमांस आपकी रग-रग में उतर जाता है। इसके अलावा आप बहुत ही महान लोगों के समूह का हिस्सा होते हैं। हालांकि, आप बहुत से समूह से जुड़े रहते हैं, लेकिन इनमें से ज्यादातर बड़े समूह ही होते हैं। और पढ़ें…

बारहवें भाव में मंगल (Mars in the Twelfth House)

आप अपनी भावनाओं और जिन चीजों को आप महसूस कर रहे हैं, उन्हें दबा कर रखते हैं। इन्हें आप हमेशा छुपा कर रखना चाहते हैं। वैसे सामाजिक रूप से आप बड़े ही बहिर्मुखी हैं। आप बड़े ही मिलनसार नजर आते हैं। फिर भी अपनी अंदरूनी भावनाओं को दबाने की आपकी प्रवृत्ति है। आपको अपने जीवन में उचित मार्गदर्शन प्राप्त होगा, जिसका परमात्मा से सीधा संबंध है। वास्तव में आपके पास सुपर एनर्जी मौजूद है। सभी चीजों में आप सक्रिय रूप से शामिल हो जाते हैं। और पढ़ें…

बारहवें भाव में बुध (Mercury in the Twelfth House)

आप एक ऐसे इंसान हैं, जो आत्मनिरीक्षण करते रहते हैं। आपमें जुनून भरा हुआ है। आप अपने विचारों को ज्यादातर साझा नहीं करते हैं। कई बार अपने आपको आप ज्यादा तेजी से व्यक्त नहीं कर पाते हैं। आपके पास बड़ा ही संवेदनशील दिमाग होता है। फिर भी आपके पास मौजूद सहज ताकत का जवाब नहीं। दूसरों के इरादों को आप बड़ी ही आसानी से भांप जाते हैं। यही वजह है कि आपको ठगे जाने की आशंका बहुत ही कम रहती है। और पढ़ें…

बारहवें भाव में शनि (Saturn in the Twelfth House)

शनि की इस स्थिति की वजह से राजयोग बनता है। इससे आपको न केवल भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है, बल्कि अच्छे स्वास्थ्य का भी आपको वरदान मिल जाता है। आप एक बड़े ही लोकप्रिय लीडर हैं। हालांकि, साथ में इस बात की भी आशंका रहती है कि आप अनैतिक और निर्दयी हो जाएंगे। वैसे, आप एक ऐसे व्यक्ति हैं, जो अपने आपमें आनंद लेते रहते हैं। फिर भी इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि मजेदार और साहसिक गतिविधियों में आपको आनंद नहीं मिल सकता। और पढ़ें…

बारहवें भाव में राहु (Rahu in the Twelfth House)

जहां तक धन और वित्तीय संभावनाओं की बात है तो उसके हिसाब से राहु की यह स्थिति एक अच्छा संकेत नहीं देती है। इसकी वजह से आपकी जिंदगी पटरी से उतरने लगती है। आपके खर्च बढ़ने लगते हैं और ये बेहिसाब होते चले जाते हैं। अपने खर्चीले स्वभाव की वजह से आप परेशानी में भी घिर सकते हैं। साथ ही किसी भी काम में जो आप मेहनत कर रहे हैं, उससे भी आपको मनोवांछित परिणाम मिलने की संभावना बहुत ही कम रहती है। और पढ़ें…

बारहवें भाव में केतु (Ketu in the Twelfth House)

केतु के लिए यह स्थिति बहुत ही अनुकूल है। धार्मिक कार्यों की ओर आपका झुकाव हो रहा है। साथ ही आत्मज्ञान प्राप्त करने की मांग पर आपको आगे बढ़ना पसंद होता है। गुप्त और रहस्यमयी चीजों में आपकी गहरी रुचि होती है। इसके अलावा प्यार और रिश्ते, शादी एवं पेशे में भी आपको सकारात्मक नतीजे मिलने की पूरी उम्मीद है। और पढ़ें…


यह बिल्कुल भी जरूरी नहीं कि 12वां भाव हमेशा खराब ही हो और नुकसान करता हो। वैसे, इसके पीछे कई कारण हैं। आइए इन सबका पता लगाते हैं।


बारहवां भाव खराब क्यों है (Why is the 12th house bad)?

बारहवें भाव का संबंध दुख, नुकसान और अंत से है। इसकी वजह से स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। व्यापार में नुकसान झेलना पड़ सकता है। निवेश में भी हानि हो सकती है। इस भाव की वजह से कई अनदेखी परेशानियां आ सकती हैं। दुर्भाग्य से आपका नाता जुड़ सकता है। आप हमेशा चिंताओं से घिरे रह सकते हैं। आपके छिपे हुए दुश्मन आपकी जासूसी करते रहते हैं। वे आपके पतन की योजनाएं बना सकते हैं।

फिर भी बारहवां भाव हमेशा खराब नहीं होता है। शुभ ग्रहों के प्रभाव की वजह से आपकी विदेश यात्रा हो सकती है या विदेश में आपका कोई काम हो सकता है।

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