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अभिजीत मुहूर्त जनवरी 2025

अभिजीत मुहूर्त जनवरी 2025

हिंदू धर्म और शास्त्रों में मुहूर्त को काफी महत्व दिया जाता है। किसी भी शुभ काम को करने से पहले लोग मुहूर्त की गणना करते हैं और शुभ मुहूर्त पर भी अपने कार्यों को अंजाम देते हैं। माना जाता है कि ऐसा करने से काम अच्छी तरह पूरा होता है और उसके सकारात्मक परिणाम मिलते हैं। हालांकि, कई बार तत्काल ही काम करना जरूरी हो जाता है। ऐसे में जब सही मुहूर्त की गणना करने में परेशानी हो, तब अभिजीत मुहूर्त काम आता है।

क्या आप जानते हैं कि वास्तव में अभिजीत मुहूर्त क्या है? वैदिक ज्योतिष के मुताबिक इस मुहूर्त में कोई भी कार्य करना शुभ होता है। खास बात यह है कि यह मुहूर्त हर दिन होता है, हालांकि कुछ बड़े आयोजन, जैसे शादी विवाह आदि के लिए अभिजीत मुहूर्त पर जोर नहीं दिया जाता, बल्कि उसके लिए अलग से शुभ मुहूर्त की गणना की जाती है। साल 2025 में अगर आप शुभ समारोह आयोजित करने की तैयारी कर रहे हैं, तो उपयुक्त मुहूर्त के साथ, अभिजीत मुहूर्त 2025 शुभ साबित होगा।

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आपको जानना चाहिए अभिजीत मुहूर्त का महत्व

भले ही सामान्य व्यक्ति को मुहूर्त के बारे में जानकारी न हो, लेकिन विशेषज्ञ ज्योतिषी किसी समारोह के लिए मुहूर्त की गणना करते हैं, क्योंकि उन्हें मुहूर्त के फायदे और मुहूर्त न मिलने के नुकसान, दोनों के बारे में जानकारी होती है। हालांकि यदि किसी समारोह के लिए सटीक मुहूर्त नहीं मिल रहा हो, तो उस काम के लिए अभिजीत मुहूर्त को चुन सकते हैं। अभिजीत मुहूर्त प्रतिदिन दोपहर के आसपास शुरू होता है। इसी तरह रात के वक्त भी एक अच्छा मुहूर्त होता है और वह है ब्रह्म मुहूर्त। अधिकांश महत्वपूर्ण कार्य इस दौरान शुरू किये जा सकते हैं। हिंदू संस्कृति के अनुसार, अभिजीत मुहूर्त भगवान विष्णु का उपहार है। भगवान ने सुदर्शन चक्र की सहायता से अभिजीत मुहूर्त के दौरान कई दोषों को समाप्त कर दिया था। यही नहीं भगवान विष्णु के सातवें अवतार भगवान राम का जन्म भी अभिजीत मुहूर्त में ही हुआ था।


शुभ मुहूर्त में ग्रहों से प्रवाहित होती है ऊर्जा

मुहूर्त वह अच्छा समय है जिसमें उस विशेष क्षण में ग्रहों से मुक्त होकर ऊर्जा प्रवाहित होती है, जो दूसरों के व्यक्तित्व में काम करती है साथ ही उन्हें सफलता और उपलब्धि दिलाने में मदद करती है। ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव ने अभिजीत मुहूर्त के दौरान ही त्रिपुरासुर नामक राक्षस का वध किया था। अभिजीत मुहूर्त को  चतुर्थ लग्न, कुटुब मुहूर्त और स्वामी तिथिइयांश मुहूर्त के नाम से भी जाना जाता है।


वैदिक ज्योतिष में अभिजीत मुहूर्त

वैदिक ज्योतिष के अनुसार देखें, तो किसी खास दिन किसी महत्वपूर्ण और उपयुक्त अवसर को पूरा करने के लिए मुहूर्त एक प्रमुख अवसर होता है। विशेषज्ञ ज्योतिषी सही ढंग से मुहूर्त चुनने के समय संभावनाओं और नकारात्मकताओं पर मार्गदर्शन देते हैं। अभिजित मुहूर्त सूर्य की स्थिति पर निर्भर करने वाला मुहूर्त है। यह एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरित होता रहता है। यह उस विशिष्ट स्थान पर सुबह और सूर्यास्त के आधार पर निर्धारित किया जाता है। अभिजीत शब्द का अर्थ है सफलता। ऐसे में अभिजीत मुहूर्त वह क्षण है, जिसमें शुरू किया गया काम पूरी तरह से सफल होगा।

लगभग 48 मिनट का होता है अभिजीत मुहूर्त अगर अभिजीत मुहूर्त शुक्ल पक्ष के दौरान हो और जिस दिन अन्य महत्वपूर्ण योग हों, तो यह मुहूर्त अधिक पवित्र और अविश्वसनीय हो जाता है। इस मुहूर्त का तिथि, नक्षत्र, राशि या महीने पर कोई निर्भरता नहीं है। यह मुहूर्त नियमित रूप से उपलब्ध होता है और इसकी अवधि लगभग 48 मिनट होती है।


जनवरी 2025 के अभिजीत मुहूर्त

अभिजीत नक्षत्र आरंभअभिजीत नक्षत्र समाप्त
1 जनवरी, 2025, बुधवार को शाम 05:52 बजे2 जनवरी, 2025, गुरुवार को 01:20 बजे
29 जनवरी, 2025, बुधवार को सुबह 02:33 बजे29 जनवरी, 2025, बुधवार को 09:53 बजे

निष्कर्ष

अगर आपको पंचांग से तिथियों को समझने में परेशानी हो रही है और आप इस परेशानी से बचना चाहते हैं, तो आपको अभिजीत मुहूर्त पर अपने काम को अंजाम देना चाहिए। अगर जरूरत पड़े तो आप विशेषज्ञ ज्योतिषियों से भी संपर्क कर सकते हैं।

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