2025 में गृह प्रवेश मुहूर्त : शुभ तिथियां, समय और महत्व

2025 में गृह प्रवेश मुहूर्त : शुभ तिथियां, समय और महत्व

गृह प्रवेश मुहूर्त 2025: शुभ मुहूर्त में पूजन कर घर में लाएं सकारात्मक ऊर्जा

गृह प्रवेश पूजा भी शुभ मुहूर्त में किया जाता है और इसके लिए किसी पंडित या ज्योतिष से मुहूर्त की जानकारी प्राप्त की जाती है। गृह प्रवेश अनुष्ठान केवल एक ही बार नए घर में प्रवेश से पहले होता है। ऐसे में इसकी बारीकियों को भी समझना और उन पर विचार करना काफी महत्वपूर्ण हो जाता है। एक विशिष्ट दिन और मुहूर्त के अनुसार गृह प्रवेश पूजन करना फायदेमंद होता है। इससे वहां मौजूद नकारात्मक प्रभाव खत्म होता है और परिवार के लोग मेल मिलाप के साथ खुशी पूर्वक रहते हैं। हर किसी का सपना होता है कि उसका एक अपना घर हो। उस नए घर में प्रवेश भी यूं ही नहीं किया जाता। इसके लिए गृह प्रवेश पूजा कराई जाती है। 

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गृह प्रवेश के शुभ मुहूर्त के बारे में जानें

वैसे पंचांग में क्षेत्र के हिसाब से मुहूर्त में बदलाव होता है। ऐसे में गृह प्रवेश अनुष्ठान के लिए किसी जानकार ज्योतिषी की मदद लेने की जरूरत होती है, ताकि वह आपको उचित मुहूर्त की जानकारी दे सके, ताकि गृह प्रवेश अनुष्ठान से अधिकतम लाभ की प्राप्ति हो सके। गृह प्रवेश अनुष्ठान के लिए कुछ तिथियों और समय से परहेज करने की जरूरत होती है। वैसे खरमास, श्राद्ध, चातुर्मास आदि गृह प्रवेश पूजा के लिए अशुभ समय होते हैं। इसलिए इस समय के दौरान गृह प्रवेश पूजा नहीं करनी चाहिए। इसके लिए शुभ मुहूर्त का ज्ञान होना काफी जरूरी है। 

2025 में गृह प्रवेश की तिथियां और शुभ मुहूर्त

यहां साल 2025 में आपके लिए हर महीने के हिसाब से गृह प्रवेश मुहूर्त की तिथि और शुभ मुहूर्त की पूरी जानकारी दी जा रही है। वैसे गृह प्रवेश मुहूर्त के लिए आपको शुभ मुहूर्त की जानकारी किसी जानकार ज्योतिषी से मिल सकती है। ज्योतिषी आपको उचित मुहूर्त की जानकारी देगा, ताकि आप उस शुभ मुहूर्त में पूजन कर अपने घर को खुशहाल बना सकें। 

गृह प्रवेश मुर्हूत 2025

तारीखप्रारंभ समयअंत समयनक्षत्रहिन्दू तिथि
गुरुवार 06, फरवरी10:54:00 पी.एम.शनि, फ़रवरी 08, 06:37:00 ए.एम.रोहिणीदशमी
गुरुवार 06, मार्च01:08:00 ए.एम.10:51:00 ए.एम.रोहिणीअष्टमी
शुक्रवार 14, मार्च06:19:00 ए.एम.12:24:00 पी.एम.उत्तरा फ़ाल्गुनीपूर्णिमा
बुधवार 30, अप्रैल05:52:00 ए.एम.02:12:00 पी.एम.रोहिणीतृतीया
गुरुवार 01, मई11:24:00 ए.एम.02:20:00 पी.एम.मृगशिरापंचमी
बुधवार 07, मई06:17:00 पी.एम.गुरुवार, मई 08, 12:29:00 पी.एम.उत्तरा फ़ाल्गुनीएकादशी
शनिवार 10, मई00:09:00 ए.एम.05:48:00 ए.एम.चित्रात्रयोदशी
बुधवार 28, मई05:45:00 ए.एम.गुरुवार, मई 29, 00:29:00 ए.एम.मृगशिराद्वितीया
बुधवार 04, जून11:54:00 पी.एम.गुरुवार, जून 05, 03:35:00 ए.एम.उत्तरा फ़ाल्गुनीदशमी
शुक्रवार 06, जून06:33:00 ए.एम.शनिवार, जून 07, 04:48:00 ए.एम.चित्राएकादशी
बुधवार 02, जुलाई05:50:00 ए.एम.11:07:00 ए.एम.उत्तरा फ़ाल्गुनीसप्तमी
शुक्रवार 04, जुलाई04:32:00 पी.एम.04:50:00 पी.एम.चित्रादशमी
सोमवार 07, जुलाई11:10:00 पी.एम.मंगलवार, जुलाई 08, 01:11:00 ए.एम.अनुराधात्रयोदशी
सोमवार 28, जुलाई11:24:00 पी.एम.मंगलवार, जुलाई 29, 05:57:00 ए.एम.उत्तरा फ़ाल्गुनीपंचमी
गुरुवार 31, जुलाई02:42:00 ए.एम.शुक्रवार, अगस्त 01, 00:41:00 ए.एम.चित्रासप्तमी
सोमवार 04, अगस्त05:58:00 ए.एम.09:12:00 ए.एम.अनुराधादशमी
गुरुवार 07, अगस्त02:01:00 पी.एम.02:28:00 पी.एम.उत्तराषाढ़ात्रयोदशी
शुक्रवार 08, अगस्त02:12:00 पी.एम.02:28:00 पी.एम.उत्तराषाढ़ापूर्णिमा
सोमवार 25, अगस्त06:00:00 ए.एम.मंगलवार, अगस्त 26, 03:49:00 ए.एम.उत्तरा फ़ाल्गुनीद्वितीया, तृतीया
बुधवार 27, अगस्त03:44:00 पी.एम.गुरुवार, 28 अगस्त, 08:43:00 ए.एम.चित्रापंचमी
बुधवार 03, सितंबर11:08:00 पी.एम.गुरुवार, सितंबर 04, 04:22:00 ए.एम.उत्तराषाढ़ाएकादशी
बुधवार 24, सितंबर06:01:00 ए.एम.04:16:00 पी.एम.चित्रातृतीया
शुक्रवार 26, सितंबर10:09:00 पी.एम.शनिवार, सितंबर 27, 06:01:00 ए.एम.अनुराधापंचमी
बुधवार 01, अक्टूबर07:01:00 पी.एम.गुरुवार, अक्टूबर 02, 09:13:00 ए.एम.उत्तराषाढ़ादशमी
सोमवार 06, अक्टूबर12:24:00 पी.एम.मंगलवार, अक्टूबर 07, 04:01:00 ए.एम.उत्तरा भाद्रपदपूर्णिमा
शुक्रवार 24, अक्टूबर04:51:00 ए.एम.शनिवार, 25 अक्टूबर, 01:20:00 ए.एम.अनुराधातृतीया
बुधवार 29, अक्टूबर06:05:00 ए.एम.09:23:00 ए.एम.उत्तराषाढ़ासप्तमी
सोमवार 03, नवंबर06:06:00 ए.एम.03:05:00 पी.एम.उत्तरा भाद्रपदत्रयोदशी
सोमवार 24, नवंबर09:53:00 पी.एम.मंगलवार, 25 नवंबर, 06:16:00 ए.एम.उत्तराषाढ़ापंचमी
गुरुवार 04, दिसंबर02:54:00 पी.एम.शुक्रवार, 05 दिसंबर, 04:44:00 ए.एम.रोहिणीपूर्णिमा

निष्कर्ष

गृह प्रवेश तिथियों के मुताबिक अनुष्ठान कर शुभ फल की प्राप्ति कर सकते हैं। इसके साथ ही तमिल गृहप्रवेश तिथियों, गृह प्रवेश के लिए बंगाली कैलेंडर तिथि, मिथिला पंचांग गृह प्रवेश, बंगाली कैलेंडर में गृह प्रवेश की तिथियों और गृह प्रवेश मुहूर्त आदि के बारे में भी ज्योतिष से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। 

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