जनेऊ संस्कार मुहूर्त 2025 : तिथियां, समय और महत्व
जनेऊ संस्कार का इतिहास
जनेऊ संस्कार सनातन हिंदू धर्म में वर्णित संस्कारों में 10वां संस्कार है। इस समारोह में विभिन्न अनुष्ठानों का पालन करते हुए लड़के को जनेऊ पहनाया जाता है। यह सबसे महत्वपूर्ण संस्कारों में से एक है, जो विवाह से पहले किया जाता है। ब्राह्मण और क्षत्रिय जैसी विभिन्न जातियों में जनेऊ संस्कार की परंपरा का पालन किया जाता है। इसके तहत एक पवित्र धागा लड़के के बाएं कंधे से दाईं ओर पहनाया जाता है। जनेऊ को उपनयन संस्कार भी कहा जाता है। इसका अर्थ है भगवान के करीब जाना। ऐसा माना जाता है कि उपनयन संस्कार से व्यक्ति को पुराने पापों से छुटकारा मिल जाता है। एक तरह से यह लड़के के पुनर्जन्म का प्रतीक है। उपनयन संस्कार का करियर में भी काफी महत्व है। माना जाता है कि इससे करियर और प्रोफेशनल लाइफ में सफलता मिलती है। प्राचीन काल में जनेऊ धारण करने के बाद ही लड़के शिक्षा प्राप्त करते थे।
आमतौर पर, ब्राह्मण, क्षत्रिय और वैश्य शादी से पहले लड़के के लिए धागा बांधने की एक रस्म आयोजित करते हैं। इस संस्कार को जनेऊ, उपनयन या यज्ञोपवीत के नाम से भी जाना जाता है। उपनयन संस्कार के बाद जनेज्ञ धारण करना जरूरी होती है। इसमें तीन सूत्र होते हैं, जो त्रिमूर्ति यानी ब्रह्मा, विष्णु और महेश से जुड़े होते हैं। ऐसे में जनेऊ की शुद्धता का काफी ध्यान रखा जाता है। अशुद्ध होने या भी खो जाने की स्थिति में नया जनेऊ धारण करना चाहिए। जनेऊ धारण करने वाले व्यक्ति को प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए। रुद्राभिषेक पूजा भी करने की जरूरत बताई जाती है।
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जनेऊ संस्कार का महत्व
जनेऊ के तीन धागे ब्रह्मा, विष्णु और महेश के साथ ही देवऋण, पितृऋण और ऋषिऋण का भी प्रतिनिधित्व करते हैं। इसके अलावा, कुछ यह भी मानते हैं कि वे सत्व, रज और तम का प्रतिनिधित्व करते हैं। चौथा, यह गायत्री मंत्र के तीन चरणों का प्रतीक है। पांचवां तीन आश्रमों का प्रतीक है। हालांकि, संन्यास आश्रम में यज्ञोपवीत का प्रावधान नहीं है।
जनेऊ की प्रत्येक जीवा में तीन तार होते हैं। तारों की कुल संख्या नौ होती है। जनेऊ में पांच गांठें रखी जाती हैं, जो ब्रह्म, धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष का प्रतिनिधित्व करती हैं। यह पंचकर्म, ज्ञानदरी और यज्ञ का भी प्रतीक है, इन सभी की संख्या पांच है। जनेऊ की लंबाई 96 अंगुल होती है। इसमें जनेऊ धारण करने वाले को 64 कला और 32 विद्याओं को सीखने का प्रयास करने का आह्वान किया गया है। 32 विद्या चार वेद, चार उपवेद, छह दर्शन, छह आगम, तीन सूत्र और नौ आरण्यक हैं। आइए जानते हैं साल 2025 के उपनयन संस्कार मुहूर्त के बारे में. ….
जनेऊ संस्कार मुहूर्त 2025
तारीख | दिन | समय |
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1 जनवरी 2025 | बुधवार | 07:48 ए.एम. से 10:20 ए.एम. |
1 जनवरी 2025 | बुधवार | 11:55 ए.एम. से 04:42 पी.एम. |
2 जनवरी 2025 | गुरुवार | 07:48 ए.एम. से 10:12 ए.एम. |
2 जनवरी 2025 | गुरुवार | 11:48 ए.एम. से 04:40 पी.एम. |
4 जनवरी 2025 | शनिवार | 07:48 ए.एम. से 11:30 ए.एम. |
4 जनवरी 2025 | शनिवार | 01:06 पी.एम. से 06:40 पी.एम. |
8 जनवरी 2025 | बुधवार | 04:19 पी.एम. से 06:30 पी.एम. |
11 जनवरी 2025 | शनिवार | 07:47 ए.एम. से 09:40 ए.एम. |
15 जनवरी 2025 | बुधवार | 07:48 ए.एम. से 12:20 पी.एम. |
15 जनवरी 2025 | बुधवार | 01:59 पी.एम. से 06:00 पी.एम. |
18 जनवरी 2025 | शनिवार | 09:19 ए.एम. से 01:40 पी.एम. |
18 जनवरी 2025 | शनिवार | 03:39 पी.एम. से 06:50 पी.एम. |
19 जनवरी 2025 | रविवार | 07:49 ए.एम. से 09:10 ए.एम. |
30 जनवरी 2025 | गुरुवार | 05:08 पी.एम. से 07:00 पी.एम. |
31 जनवरी 2025 | शुक्रवार | 07:42 ए.एम. से 09:50 ए.एम. |
31 जनवरी 2025 | शुक्रवार | 11:19 ए.एम. से 05:00 पी.एम. |
1 फरवरी 2025 | शनिवार | 07:40 ए.एम. से 09:43 ए.एम. |
1 फरवरी 2025 | शनिवार | 11:16 ए.एम. से 12:40 पी.एम. |
2 फरवरी 2025 | रविवार | 12:49 ए.एम. से 07:10 पी.एम. |
7 फरवरी 2025 | शुक्रवार | 07:39 ए.एम. से 07:52 ए.एम. |
7 फरवरी 2025 | शुक्रवार | 09:28 ए.एम. से 02:20 पी.एम. |
7 फरवरी 2025 | शुक्रवार | 04:38 पी.एम. से 06:50 पी.एम. |
8 फरवरी 2025 | शनिवार | 07:39 ए.एम. से 09:20 ए.एम. |
9 फरवरी 2025 | रविवार | 07:39 ए.एम. से 09:11 ए.एम. |
9 फरवरी 2025 | रविवार | 10:41 ए.एम. से 04:23 पी.एम. |
14 फरवरी 2025 | शुक्रवार | 07:37 ए.एम. से 11:50 ए.एम. |
14 फरवरी 2025 | शुक्रवार | 01:53 पी.एम. से 06:23 पी.एम. |
17 फरवरी 2025 | सोमवार | 08:47 ए.एम. से 01:40 पी.एम. |
17 फरवरी 2025 | सोमवार | 03:55 पी.एम. से 06:11 पी.एम. |
1 मार्च 2025 | शनिवार | 07:17 ए.एम. से 09:20 ए.एम. |
1 मार्च 2025 | शनिवार | 10:58 ए.एम. से 05:20 पी.एम. |
2 मार्च 2025 | रविवार | 07:16 ए.एम. से 09:14 ए.एम. |
2 मार्च 2025 | रविवार | 10:54 ए.एम. से 05:23 पी.एम. |
14 मार्च 2025 | शुक्रवार | 02:17 पी.एम. से 06:50 पी.एम. |
15 मार्च 2025 | शनिवार | 07:03 ए.एम. से 11:54 ए.एम. |
15 मार्च 2025 | शनिवार | 02:13 पी.एम. से 06:50 पी.एम. |
16 मार्च 2025 | रविवार | 07:01 ए.एम. से 11:55 ए.एम. |
16 मार्च 2025 | रविवार | 02:09 पी.एम. से 06:43 पी.एम. |
31 मार्च 2025 | सोमवार | 07:29 ए.एम. से 09:00 ए.एम. |
31 मार्च 2025 | सोमवार | 10:58 ए.एम. से 03:30 पी.एम. |
2 अप्रैल 2025 | बुधवार | 01:08 पी.एम. से 07:52 पी.एम. |
7 अप्रैल 2025 | सोमवार | 08:36 ए.एम. से 03:00 पी.एम. |
7 अप्रैल 2025 | सोमवार | 05:24 पी.एम. से 06:42 पी.एम. |
9 अप्रैल 2025 | बुधवार | 12:39 पी.एम. से 05:12 पी.एम. |
13 अप्रैल 2025 | रविवार | 07:02 ए.एम. से 12:15 पी.एम. |
13 अप्रैल 2025 | रविवार | 02:40 पी.एम. से 07:11 पी.एम. |
14 अप्रैल 2025 | सोमवार | 06:30 ए.एम. से 12:12 पी.एम. |
14 अप्रैल 2025 | सोमवार | 02:36 पी.एम. से 07:00 पी.एम. |
18 अप्रैल 2025 | शुक्रवार | 09:45 ए.एम. से 04:32 पी.एम. |
30 अप्रैल 2025 | बुधवार | 07:00 ए.एम. से 08:53 ए.एम. |
30 अप्रैल 2025 | बुधवार | 11:12 ए.एम. से 03:45 पी.एम. |
1 मई 2025 | गुरुवार | 01:29 पी.एम. से 08:20 पी.एम. |
2 मई 2025 | शुक्रवार | 06:56 पी.एम. से 11:00 ए.एम. |
7 मई 2025 | बुधवार | 08:30 पी.एम. से 03:22 पी.एम. |
7 मई 2025 | बुधवार | 05:39 पी.एम. से 06:46 पी.एम. |
8 मई 2025 | गुरुवार | 01:01 पी.एम. से 05:32 पी.एम. |
9 मई 2025 | शुक्रवार | 06:29 पी.एम. से 08:20 ए.एम. |
14 मई 2025 | बुधवार | 07:03 पी.एम. से 12:36 पी.एम. |
17 मई 2025 | शनिवार | 07:51 पी.एम. से 02:40 पी.एम. |
17 मई 2025 | शनिवार | 04:59 पी.एम. से 06:00 पी.एम. |
28 मई 2025 | बुधवार | 09:22 पी.एम. से 06:36 पी.एम. |
29 मई 2025 | गुरुवार | 07:00 पी.एम. से 09:16 ए.एम. |
29 मई 2025 | गुरुवार | 11:39 पी.एम. से 06:30 पी.एम. |
31 मई 2025 | शनिवार | 06:59 पी.एम. से 11:30 ए.एम. |
31 मई 2025 | शनिवार | 01:48 पी.एम. से 06:23 पी.एम. |
5 जून 2025 | गुरुवार | 08:51 ए.एम. से 03:42 पी.एम. |
6 जून 2025 | शुक्रवार | 08:47 ए.एम. से 03:40 पी.एम. |
7 जून 2025 | शनिवार | 06:28 ए.एम. से 08:42 ए.एम. |
7 जून 2025 | शनिवार | 11:03 ए.एम. से 05:52 पी.एम. |
8 जून 2025 | रविवार | 06:24 ए.एम. से 08:33 ए.एम. |
12 जून 2025 | गुरुवार | 06:09 ए.एम. से 01:01 पी.एम. |
12 जून 2025 | गुरुवार | 03:19 पी.एम. से 07:52 पी.एम. |
13 जून 2025 | शुक्रवार | 06:08 ए.एम. से 12:57 पी.एम. |
13 जून 2025 | शुक्रवार | 03:13 पी.एम. से 05:30 पी.एम. |
15 जून 2025 | रविवार | 05:25 पी.एम. से 07:40 पी.एम. |
16 जून 2025 | सोमवार | 08:08 ए.एम. से 05:20 पी.एम. |
26 जून 2025 | गुरुवार | 02:22 पी.एम. से 04:40 पी.एम. |
27 जून 2025 | शुक्रवार | 07:29 ए.एम. से 09:42 ए.एम. |
27 जून 2025 | शुक्रवार | 12:02 पी.एम. से 06:54 पी.एम. |
28 जून 2025 | शनिवार | 07:25 ए.एम. से 09:41 ए.एम. |
30 जून 2025 | सोमवार | 09:37 ए.एम. से 11:50 ए.एम. |
5 जुलाई 2025 | शनिवार | 09:16 ए.एम. से 04:00 पी.एम. |
7 जुलाई 2025 | सोमवार | 06:48 ए.एम. से 09:00 ए.एम. |
7 जुलाई 2025 | सोमवार | 11:23 ए.एम. से 06:12 पी.एम. |
11 जुलाई 2025 | शुक्रवार | 06:29 ए.एम. से 11:03 ए.एम. |
11 जुलाई 2025 | शुक्रवार | 03:43 पी.एम. से 08:02 पी.एम. |
12 जुलाई 2025 | शनिवार | 07:09 ए.एम. से 01:14 पी.एम. |
12 जुलाई 2025 | शनिवार | 03:39 पी.एम. से 08:00 पी.एम. |
26 जुलाई 2025 | शनिवार | 06:14 ए.एम. से 07:51 ए.एम. |
26 जुलाई 2025 | शनिवार | 10:08 ए.एम. से 05:00 पी.एम. |
27 जुलाई 2025 | रविवार | 04:59 पी.एम. से 07:00 पी.एम. |
3 अगस्त 2025 | रविवार | 11:55 ए.एम. से 04:30 पी.एम. |
4 अगस्त 2025 | सोमवार | 09:33 ए.एम. से 11:44 ए.एम. |
6 अगस्त 2025 | बुधवार | 07:07 ए.एम. से 09:20 ए.एम. |
6 अगस्त 2025 | बुधवार | 11:41 ए.एम. से 04:14 पी.एम. |
9 अगस्त 2025 | शनिवार | 04:07 पी.एम. से 06:10 पी.एम. |
10 अगस्त 2025 | रविवार | 06:52 ए.एम. से 01:42 पी.एम. |
10 अगस्त 2025 | रविवार | 04:03 पी.एम. से 06:00 पी.एम. |
11 अगस्त 2025 | सोमवार | 06:48 ए.एम. से 11:20 ए.एम. |
13 अगस्त 2025 | बुधवार | 08:57 ए.एम. से 03:50 पी.एम. |
13 अगस्त 2025 | बुधवार | 05:56 पी.एम. से 07:34 पी.एम. |
24 अगस्त 2025 | रविवार | 12:50 पी.एम. से 05:10 पी.एम. |
25 अगस्त 2025 | सोमवार | 06:26 ए.एम. से 08:10 ए.एम. |
25 अगस्त 2025 | सोमवार | 12:46 पी.एम. से 06:50 पी.एम. |
27 अगस्त 2025 | बुधवार | 17:00 पी.एम. से 06:40 पी.एम. |
28 अगस्त 2025 | गुरुवार | 06:28 ए.एम. से 12:34 पी.एम. |
28 अगस्त 2025 | गुरुवार | 02:53 पी.एम. से 06:24 पी.एम. |
3 सितंबर 2025 | बुधवार | 09:51 ए.एम. से 04:30 पी.एम. |
4 सितंबर 2025 | गुरुवार | 07:31 ए.एम. से 09:45 ए.एम. |
4 सितंबर 2025 | गुरुवार | 12:06 पी.एम. से 06:10 पी.एम. |
24 सितम्बर 2025 | बुधवार | 06:40 ए.एम. से 10:48 ए.एम. |
24 सितम्बर 2025 | बुधवार | 01:06 पी.एम. से 06:20 पी.एम. |
27 सितंबर 2025 | शनिवार | 07:36 ए.एम. से 12:55 पी.एम. |
2 अक्टूबर 2025 | गुरुवार | 07:42 ए.एम. से 07:54 ए.एम. |
2 अक्टूबर 2025 | गुरुवार | 10:17 ए.एम. से 04:20 पी.एम. |
2 अक्टूबर 2025 | गुरुवार | 05:49 पी.एम. से 07:10 पी.एम. |
4 अक्टूबर 2025 | शनिवार | 06:47 ए.एम. से 10:09 ए.एम. |
4 अक्टूबर 2025 | शनिवार | 12:27 पी.एम. से 05:40 पी.एम. |
8 अक्टूबर 2025 | बुधवार | 07:33 ए.एम. से 02:13 पी.एम. |
8 अक्टूबर 2025 | बुधवार | 03:59 पी.एम. से 06:50 पी.एम. |
11 अक्टूबर 2025 | शनिवार | 09:41 ए.एम. से 03:46 पी.एम. |
11 अक्टूबर 2025 | शनिवार | 05:13 पी.एम. से 06:35 पी.एम. |
24 अक्टूबर 2025 | शुक्रवार | 07:10 ए.एम. से 11:00 ए.एम. |
24 अक्टूबर 2025 | शुक्रवार | 01:12 पी.एम. से 05:44 पी.एम. |
26 अक्टूबर 2025 | रविवार | 02:47 पी.एम. से 07:10 पी.एम. |
31 अक्टूबर 2025 | शुक्रवार | 10:41 ए.एम. से 03:50 पी.एम. |
31 अक्टूबर 2025 | शुक्रवार | 05:24 पी.एम. से 06:50 पी.एम. |
1 नवंबर 2025 | शनिवार | 07:09 ए.एम. से 08:18 ए.एम. |
1 नवंबर 2025 | शनिवार | 10:37 ए.एम. से 03:50 पी.एम. |
1 नवंबर 2025 | शनिवार | 05:16 पी.एम. से 06:50 पी.एम. |
2 नवंबर 2025 | रविवार | 10:33 ए.एम. से 05:10 पी.एम. |
7 नवंबर 2025 | शुक्रवार | 07:55 ए.एम. से 12:10 पी.एम. |
9 नवंबर 2025 | रविवार | 07:10 ए.एम. से 07:44 ए.एम. |
9 नवंबर 2025 | रविवार | 10:06 ए.एम. से 03:10 पी.एम. |
9 नवंबर 2025 | रविवार | 04:44 पी.एम. से 06:10 पी.एम. |
23 नवंबर 2025 | रविवार | 07:21 ए.एम. से 11:14 ए.एम. |
23 नवंबर 2025 | रविवार | 12:57 पी.एम. से 05:22 पी.एम. |
30 नवंबर 2025 | रविवार | 07:45 ए.एम. से 08:43 ए.एम. |
30 नवंबर 2025 | रविवार | 10:49 ए.एम. से 03:20 पी.एम. |
30 नवंबर 2025 | रविवार | 04:57 पी.एम. से 06:52 पी.एम. |
1 दिसंबर 2025 | सोमवार | 07:28 ए.एम. से 08:35 ए.एम. |
5 दिसंबर 2025 | शुक्रवार | 07:31 ए.एम. से 12:10 पी.एम. |
5 दिसंबर 2025 | शुक्रवार | 01:37 पी.एम. से 06:30 पी.एम. |
6 दिसंबर 2025 | शनिवार | 08:19 ए.एम. से 01:33 पी.एम. |
6 दिसंबर 2025 | शनिवार | 02:58 पी.एम. से 06:20 पी.एम. |
21 दिसंबर 2025 | रविवार | 11:07 ए.एम. से 03:34 पी.एम. |
21 दिसंबर 2025 | रविवार | 05:30 पी.एम. से 07:40 पी.एम. |
22 दिसंबर 2025 | सोमवार | 07:41 ए.एम. से 09:20 ए.एम. |
22 दिसंबर 2025 | सोमवार | 12:30 पी.एम. से 05:26 पी.एम. |
24 दिसंबर 2025 | बुधवार | 01:47 पी.एम. से 05:18 पी.एम. |
25 दिसंबर 2025 | गुरुवार | 07:45 ए.एम. से 12:15 ए.एम. |
25 दिसंबर 2025 | गुरुवार | 01:46 पी.एम. से 03:10 पी.एम. |
29 दिसंबर 2025 | सोमवार | 12:03 पी.एम. से 03:00 पी.एम. |
29 दिसंबर 2025 | सोमवार | 04:59 पी.एम. से 07:13 पी.एम. |
निष्कर्ष
अगर आपका कोई लड़का है, तो आपको उपनयन संस्कार के मुहूर्त को जानना चाहिए। उपयुक्त मुहूर्त पर जनेज्ञ संस्कार करने से देवताओं का आशीर्वाद मिलता है। आपको किसी विद्यान ज्योतिषी से बात कर जनेऊ संस्कार के शुभ मुहूर्त को जानें।
अपने व्यक्तिगत समाधान पाने के लिए, अभी किसी ज्योतिषी से बात करें!