मई 2025 के लिए विवाह के शुभ मुहूर्त और तिथियां
विवाह जीवन के महत्वपूर्ण चरण में से एक है। भारत में हर महीने विवाह की तिथियां होती है, लेकिन इसके लिए मुहूर्त का निर्धारण महत्वपूर्ण होता है। कुछ लोग सर्दियों के मौसम में तिथि तय करते हैं, कुछ गर्मियों के मौसम में अपने जीवन के इस महत्वपूर्ण सफर को शुरू करते हैं। हालांकि सर्दियों के मौसम को ज्यादा पसंद किया जाता है, क्योंकि विवाह समारोह जीवन का महत्वपूर्ण पल होने के कारण लोग काफी सजना-धजना पसंद करते हैं, जो गर्मियों के मौसम में थोड़ा परेशानी भरा हो सकता है।
वैसे तो कहा जाता है कि जोड़ियां स्वर्ग में तय होती हैं, लेकिन वास्तव में जोड़ियां तय करने और सुखद दांपत्य जीवन के लिए कुंडली का मिलान किया जाता है। वर-वधु की कुंडली के मुताबिक गुण, दोष और दशा आदि के आधार पर अनुकूलता तय होने पर विवाह तय होता है और बात आगे बढ़ती है। यह सब कुछ ग्रहों की चाल और नक्षत्रों की स्थिति पर निर्भर करता है। इसके बाद सबसे महत्वपूर्ण होती है तिथि और उपयुक्त मुहूर्त, क्योंकि उपयुक्त मुहूर्त के बिना हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य को अंजाम नहीं दिया जाता है।
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हिंदू धर्म में विवाह को सबसे महत्वपूर्ण संस्कारों में से एक माना जाता है। वैवाहिक बंधन में बंधने के बाद व्यक्ति का गृहस्थ जीवन शुरू होता है, लेकिन वैवाहिक अनुष्ठान के लिए शुभ तिथियों की गणना की जाती है। वैवाहिक समारोह के दौरान कई अलग-अलग रस्में होती हैं। इनमें सबसे महत्वपूर्ण है शुभ मुहूर्त है, जिसकी अहम भूमिका होती है। इसके लिए ग्रह और नक्षत्रों की अनुकूल स्थिति के मुताबिक मुहूर्त तक किए जाते हैं। विवाह का मुहूर्त तिथि, योग और चंद्रमा की स्थिति से पता होता है। जन्म कुंडली के मुताबिक ही विवाह का मुहूर्त तय किया जाता है। इसके अलावा विद्वान ज्योतिषी कुंडली में ग्रहों की स्थिति पर ध्यान केंद्रित कर मुहूर्त तय करते हैं।
विवाह के लिए मुहूर्त निर्धारण में कई कारक महत्वपूर्ण होते हैं, इनमें लग्न मुहूर्त या विवाह मुहूर्त को प्रभावित करने वाले कई महत्वपूर्ण कारक भी होते हैं। कई बार लोग अपनी सुविधा के हिसाब से दिन तय कर लेते हैं। ऐसे करने से बाद में जीवन में समस्याएं उत्पन्न हो सकती है। शुभ मुहूर्त पर विवाह न होने के कारण दांपत्य जीवन में खटपट चलती रहती है। ऐसे में ज्योतिष वर और वधु के नक्षत्र में चंद्रमा की स्थिति का विश्लेषण कर शुभ मुहूर्त का निर्धारण करते हैं। यदि आप भी हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार वैवाहिक बंधन में बंधने की योजना बना रहे हैं, तो यहां आप 2025 की शुभ विवाह तिथियों के बारे में जान सकते हैं।
मई 2025 में विवाह की शुभ तिथि और मुहूर्त
तारीख | प्रारंभ समय | अंत समय | नक्षत्र | हिन्दू तिथि |
---|---|---|---|---|
1 मई 2025 | 11:28:00 ए.एम. | 02:20:00 पी.एम. | मृगशिरा | पंचमी |
8 मई 2025 | 12:29:00 पी.एम. | मई 10, 00:09:00 ए.एम. | उत्तरा फ़ाल्गुनी | द्वादशी |
14 मई 2025 | 06:39:00 ए.एम. | 11:44:00 ए.एम. | अनुराधा | द्वितीय |
15 मई 2025 | 02:09:00 पी.एम. | 03:15:00 पी.एम. | मूल | तृतीया |
18 मई 2025 | 05:46:00 ए.एम. | 05:55:00 ए.एम. | उत्तराषाढ़ा | षष्ठी |
23 मई 2025 | 01:12:00 ए.एम. | मई 24, 05:45:00 ए.एम. | उत्तरा भाद्रपद | द्वादशी |
28 मई 2025 | 05:45:00 ए.एम. | 07:06:00 पी.एम. | मृगशिरा | द्वितीय |
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