नवम भाव में चंद्रमा होने के जीवन में विभिन्न क्षेत्रों पर पड़ने वाले प्रभाव
नवम भाव को भाग्य का भाव माना जाता हैं। भाग्य के घर में चंद्रमा आपके जीवन को अधिक आरामदायक बना सकता है। नवम भाव चंद्रमा का अपना सबसे पसंदीदा स्थान होता है। यदि वह इस भाव में अकेला है, तो आप अपने मन में लंबी यात्राएं कर सकते हैं। कहने का मतलब हैं कि आप विचारों में खोये रहते हैं। हो सकता है की आपका झुकाव दार्शनिक हो। इस भाव में चन्द्र होने से आप विदेश में जाकर रहने की भी योजना बना सकते हैं। , बहुत सी बातें इस बात पर भी निर्भर करती है कि कुंडली के नवम भाव के स्वामी में कितना बल है। उसकी डिग्री क्या है? किस राशि में विराजमान है। यह भाव भाग्य, सौभाग्य और नैतिक मूल्यों का प्रतीक भी माना जाता है।
यदि किसी की कुंडली में चंद्रमा नवम भाव में स्थित हो, तो यह जातकों के लिए सुखदायक होता है। नौवें भाव में चंद्रमा के जातक दुनिया को समझने के लिए दर्शनशास्त्र का उपयोग भी कर सकते हैं। यह आपको कल्पनाशील और जानकार व्यक्ति भी बनाता हैं, लेकिन इस भाव में चंद्रमा होने से व्यक्ति एकाग्रचित होकर कोई भी काम नहीं कर पाते। इनका मन भटकता रहता है। हो सकता है की कोई आपसे गंभीर बात कर रहा हो, और आप किसी और कल्पना में खोए हुए हैं।
आज हम यहां नवम भाव में चंद्रमा के अच्छे या बुरे प्रभावों पर चर्चा करने वाले हैं। हमने इसकी तह तक जाने के लिए अपने सर्वश्रेष्ठ एस्ट्रो विशेषज्ञों से जानकारी लेकर आपके लिए इसका निचोड़ लिखा है। तो चलिए जानते हैं, नवम भाव में चन्द्र के प्रभाव –
नवम भाव में चंद्रमा का अर्थ
नवम भाव में चन्द्रमा होने से जातक धार्मिक प्रवृत्ति वाला होता है। यह भाव अच्छे – बुरे कर्म, भाग्य, मूल्यों और विदेश यात्रा की संभावनाओं के बारे में बताता है। वैदिक ज्योतिष में, इसे आमतौर पर ‘धर्म भाव’ के रूप में जाना जाता है। यदि इस भाव में शुभ ग्रह हैं, तो आपका झुकाव दान, पुण्य और उदार कामों की ओर हो सकता है।
यदि चंद्रमा कुंडली के नौवें भाव में है, तो आपके जीवन में छोटे-मोटे उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। आप ससुराल पक्ष से भी अच्छे सहयोग की उम्मीद कर सकते हैं। भाई-बहनों के साथ संबंधों में सुधार हो सकता है, लेकिन पिता के साथ संबंधों के बारे में ज्यादा कुछ नहीं कह सकते। नवम भाव का चन्द्र पिता के साथ सम्बन्धों में उतार-चढ़ाव पैदा करता है। नवम भाव में चंद्रमा होने से यह आपको विदेश की यात्रा भी करवाता है। आप बिजनेस ट्रिप पर भी अपने घर से बहुत दूर जा सकते हैं।
यदि चंद्रमा आपके लग्न से नवम भाव में है तो आप अपने मित्र मंडली और परिवेश से ज्यादा खुश नहीं होंगे। इस भाव में चंद्रमा होने की वजह से व्यक्ति धार्मिक कार्यों को करने वाला होता है। ऐसे कामों में उसकी आस्था बढ़ सकती है। आप दिल से भगवान की पूजा कर सकते हैं। विशेष रूप से उम्र बढ़ने के साथ – साथ आप दूसरों की मदद करना भी पसंद करने लगते है। आप सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग ले सकते हैं।
नवम भाव में चंद्रमा का प्रभाव
- विदेश में पढ़ाई
- उच्च शिक्षा
- लाइफ स्टाइल
- दूरदर्शिता
जानिए अपनी चंद्र राशि से और भी ज्यादा। अभी अपनी कुंडली हमारे एक्सपर्ट को दिखाए।
नवम भाव में चंद्रमा का आपके व्यक्तित्व पर प्रभाव
इस भाव में चंद्रमा होने से जातक अधिकतर अपनी जन्म भूमि से बहुत दूर रहता है। इसकी मुख्य वजह पढ़ाई के लिए दूर जाना होता है। नवम भाव में चंद्रमा आपको अन्य देशों में मान्यता और लोकप्रियता भी दिलाता है।
इस भाव में चंद्रमा होने से व्यक्ति कम उम्र से ही अध्यात्म में रुचि भी ले सकता है। अध्यात्म की तरफ झुकाव आपके जीवन में सौभाग्य भी ला सकता है। यदि नवम भाव में चन्द्रमा उच्च राशि में जैसे कर्क, वृश्चिक या मीन राशि में स्थित हो, तो आप मानसिक क्षमता और मानसिक शक्ति के अधिकारी भी हो सकते हैं।
इस भाव में चन्द्रमा होने से व्यक्ति स्वभाव से परोपकारी भी हो सकता है। यही वजह है की आपको दान-पुण्य करना पसंद होता है। नौवें भाव के चंद्रमा वाले जातक महत्वाकांक्षी, रचनात्मक और भरोसेमंद होते हैं। नवम भाव में चन्द्र होने से व्यक्ति को मूड स्विंग की भी समस्या होती है। आपके विचार मिनटों में बदलते रहते हैं। यह लोग अनावश्यक रूप से जरूरत से अधिक सोचते हैं। नवम भाव का चंद्रमा आपको लीक से हटकर सोचने में मदद कर सकता है।
विवाह पर नवम भाव में चंद्रमा होने का प्रभाव
नवम भाव में चन्द्र होने से व्यक्ति को शादी करने में अधिक समय लग सकता है। जब आप 30 साल के आस-पास होते हैं, उस समय आपको अपना सच्चा प्यार भी मिल सकता हैं। इसकी संभावना अधिक होती है की आप प्रेम विवाह करें। आप अपने कपल गोल को अधिक तेज़ी से पा सकते हैं, क्योंकि आपका अपने साथी के साथ एक मजबूत संबंध होता है। आप दूसरों के लिए सफल विवाह का उदाहरण भी बन सकते हैं।
शादी के बाद आप अपनी आर्थिक स्थिति को भी मजबूत कर सकते हैं, क्योंकि आपको अपने जीवनसाथी से बिना शर्त सहयोग मिलता है। इस प्रकार, यह कहा जा सकता है कि आपका जीवनसाथी आपकी सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। आप अपने जीवनसाथी से वफादारी और ईमानदारी की उम्मीद कर सकते हैं। वह आपकी खुशी के लिए समर्पित रहेगा। इस प्रकार नौवें भाव में चंद्रमा होने से आपका वैवाहिक जीवन सफल होता है। संबंध मजबूत होते हैं।
आपके कॅरियर पर नवम भाव में चंद्रमा होने का प्रभाव
नवम भाव में चंद्रमा होने से आपका मन रचनात्मक होता है। आपके पास नए-विचारों का खजाना होता है। इस भाव में चन्द्र होने से आप लेखक, प्रकाशक, ऑथर या टाइपराइटर के रूप में एक सफल कॅरियर भी बना सकते हैं। आप 30 वर्ष की आयु के बाद अपने कॅरियर की ऊचाई पर जा सकते हैं। इसके अलावा, आप अपनी नौकरी में मन मुताबिक सफलता भी पा सकते हैं। आप मनोरंजन की दुनिया में अच्छी प्रसिद्धि भी अर्जित कर सकते हैं।
ऐसे लोग 40 वर्ष की आयु के बाद, अपने दान और पुण्य की वजह से अपनी इमेज को शार्प भी कर सकते हैं। कुंडली के नौवें भाव में चंद्रमा यह दर्शाता है कि आप उच्च शिक्षा के लिए विदेश यात्रा करेगे। आप अपनी स्पेसिफिक फील्ड में उच्च डिग्री के लिए चुने भी जा सकते हैं। अपनी नौकरी में प्रॉफिट कमाने के लिए अंतरराष्ट्रीय यात्राएं भी कर सकते हैं।
अपने कॅरियर के बारे अधिक जानने के लिए अभी निशुल्क जन्मपत्री प्राप्त करें।
नवम भाव में चंद्रमा के उपाय
- मछलियों को चावल खिलाएं।
- सांपों को दूध पिलाए।
- ब्राह्मणों को कंबल या वस्त्र दान करें।
- प्रतिदिन आस-पास के मंदिरों में जाकर दर्शन करें।
समापन
अब तो आप समझ ही गये होंगे की नौवें भाव का चंद्रमा जातकों को विदेश यात्रा करने का भरपूर अवसर दिलाता हैं। आप में से कुछ लोग उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए कई तरह की यात्राओं का भी आनंद ले सकते हैं, जबकि कुछ व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए विदेश भी जा सकते हैं। कुछ लोग अन्य देशों में सेटल होने की योजना भी बना सकते हैं।
नौवें भाव का चंद्रमा आपके व्यक्तित्व को कोई गंभीर नुकसान नहीं पहुंचाता है। यह आपके वैवाहिक जीवन को भी सुखमय बनाने में मदद करता हैं। आपका वैवाहिक जीवन सफल हो सकता है। नवम भाव में स्थित चंद्रमा नकारात्मक चीजों से अधिक सकारात्मक परिणाम देता है।
वैदिक ज्योतिष कहता है कि नवम भाव में चंद्रमा होने से आपको इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि आपको अपने सकारात्मक विचारों को कभी नकारात्मक विचारों में परिवर्तित न होने दे, अन्यथा, आप अपनी मेंटल स्ट्रेंथ खो सकते हैं।