डाइनिंग रूम वास्तु क्यों हैं जरूरी

वास्तु शास्त्र के अनुसार डाइनिंग हॉल या भोजन करने वाले स्थान को सबसे पवित्र स्थान माना जाता है। यह वो कमरा है, जहां परिवार के सभी सदस्य एक साथ आते हैं और खाना खाते हैं, कई दफे उनके साथ उनके दोस्त और रिश्तेदार भी शामिल होते हैं, संक्षेप में कहें तो ये वो पवित्र स्थान है जहां से हमें पोषण तो मिलता है, साथ ही ये स्थान हमारे एक दुसरे से रिश्ते भी मजबूत करने में सहायक होता है। अगर आप अपने डाइनिंग रूम को वास्तु अनुसार बनाए ये कमरा हमेशा आपको लाभ देगा, घर में सुख और स्वास्थ्य रहेगा।

आप अपने भोजन कक्ष को वास्तु डिजाइन कर सकते हैं फिर चाहे वो डिज़ाइन आधुनिक हो या पारंपरिक। आप अपने डाइनिंग रूम या हॉल को जितना चाहे उतना आकर्षक बना सकते हैं। यहां ये याद रखना होगा कि सुंदरता अपनी जगह पर डाइनिंग रूम वास्तु के अनुसार ही हो नहीं तो इस जगह नकारात्मक ऊर्जा निवास करेगी। हमारा डाइनिंग रूम यह सुनिश्चित करता है कि हमारे जीवन मे सकारात्मकता और समृद्धि आए। नीचे हम डाइनिंग हॉल को वास्तु अनुसार डिज़ाइन करने की टिप्स दे रहे हैं।


डाइनिंग रूम के लिए वास्तु टिप्स

  • डाइनिंग टेबल के आकार की बात करें तो वास्तु कहता है कि स्क्वायर और रैक्टेंगुलर आकार के टेबल खाना खाने के लिए सबसे उचित होते हैं, क्योंकि ये आकार सकारात्मक ऊर्जा को प्रवाहित करती है। इस आकार के टेबल स्थिरता की भावना भी लाते हैं।
  • वास्तु में खाने की मेज पर परिवार के सदस्य किस दिशा मे बैठेंगे इसका साफ उल्लेख है। अगर परिवार के प्रमुख सदस्य की बात करें तो उसे खाने की टेबल पर ऐसे स्थान पर बैठना चाहिए जहां वह पूर्व या उत्तर की ओर मुंह करके बैठे हों।
  • घर के फर्नीचर का आकार वास्तु अनुसार बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
    डाइनिंग टेबल पर बैठकर लोगों को दक्षिण दिशा की ओर मुंह नहीं करना चाहिए। परिवार के प्रमुख सदस्य को उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुंह करते हुए दक्षिण-पश्चिम कोने में कुर्सी पर बैठना चाहिए।
  • डाइनिंग रूम की दीवारों को रंगने के लिए हरे, नारंगी और पीले जीवंत रंगों का ही इस्तेमाल करें। ज़्यादा भड़कीले या डार्क रंगों जैसे कि ब्राउन और ग्रे का इस्तेमाल न करें।
  • डाइनिंग एरिया का आकर्षक लुक होना चाहिए। सुन्दर पेंटिंग लगाएं, हरियाली, फल, या हरी सब्जियों की तस्वीर, जिसे देख आपको भी भूख लगे और खाना खाने की इच्छा हो। ऐसी कोई कलाकृति न रखें जो आपको मायूस करे। जहां हम भोजन करते हैं, वह स्थान सकारात्मक ऊर्जा से सराबोर होना चाहिए।
  • वास्तु शास्त्र के अनुसार डाइनिंग रूम में डाइनिंग टेबल पश्चिम क्षेत्र या दिशा मे होना चाहिए।
  • डाइनिंग रूम के ऊपर कोई बीम नहीं होना चाहिए।सर के ऊपर बीम बोझ, चिंताओं और तनाव लाते हैं।
  • डाइनिंग रूम में टेलीविज़न, समाचार पत्र, पत्रिका, और बड़े आकार के टेबलटॉप रखने से बचें।
  • डाइनिंग रूम मे वॉश बेसिन उत्तर या पूर्व दिशा में ही होना चाहिए। मुख्य द्वार के सामने डाइनिंग टेबल न रखें। इससे धन की हानि हो सकती है।
  • डाइनिंग रूम में आईना लगाना फायदेमंद होता है क्योंकि यह घर में सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को बढ़ाता है।
  • खूबसूरत डाइनिंग टेबल की सजावट आपकी भूख और बढ़ा देती है। आप डाइनिंग रूम मे व्यंजनों के पोस्टर और तस्वीरें भी रख सकते हैं।
  • वास्तु ये साफ़ तोर पर बताता है की डाइनिंग रूम मे हमें हमेशा अपने परिवार के साथ ही भोजन करना चाहिए।
  • शौचालय के पास डाइनिंग रूम का निर्माण न करें।
  • दोपहर और रात के खाने के दौरान मधुर संगीत सुनें।

डाइनिंग रूम में बैठने की उचित दिशा

वास्तु के अनुसार डाइनिंग रूम मे खाना खाते वक़्त लोगों का व्यवहार बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। भोजन की अच्छी आदत स्वस्थ जीवन का प्रतीक है। यह पाया गया है कि फर्श पर बैठकर भोजन करने की हमारी प्राचीन परंपरा हमारे स्वास्थ्य को बहुत लाभ पहुंचाती है। यह आदत आसपास के वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा भर देती है। जो हमारे पाचन तंत्र और ब्लड सर्कुलेशन के लिए महत्वपूर्ण है।

नीचे कुछ मूल्यवान वास्तु निर्देश या टिप्स दिए गए हैं, जिनका आपको भोजन करते समय पालन करना चाहिए:

  • पूर्व या पश्चिम की ओर मुख करके भोजन की मेज पर भोजन करने से धन और समृद्धि आती है।
  • यदि आप भोजन करते समय दक्षिण दिशा की ओर मुंह नहीं करते हैं तो यह फायदेमंद होता है।
  • बेडरूम में खाने से बचें क्योंकि इससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
  • भोजन करते समय आपके सिर पर कोई बीम या मचान नहीं होना चाहिए।
  • वाटर फिल्टर या किसी भी पानी स्टोर करने वाली वस्तु को डाइनिंग रूम के उत्तर-पूर्व दिशा में रखा जाना चाहिए।
  • भारतीय परंपरा के अनुसार, नीचे बैठकर खाना, खाना चाहिए, इससे सेहत अच्छी रहती है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार डाइनिंग रूम के लिए रंग

हमारे जीवन में रंगों का भी बहुत महत्व है। रंगों का सही चयन जगह को और ज़्यादा आकर्षक और सकारात्मक बनता है। डाइनिंग रूम के लिए वास्तु द्वारा बताये रंग हैं गुलाबी, सफेद, और हल्के पीले रंग। ये रंग हमारी आंखों को भी अच्छे लगते हैं|

यदि डाइनिंग रूम पूर्व दिशा में स्थित है, पीले, केसरिया और आड़ू के रंग से रंगना सही रहेगा। और अगर डाइनिंग रूम उत्तर दिशा में स्थित है, तो आप हल्के हरे और नीले रंग का चयन कर सकते हैं। सुनिश्चित करें कि कमरा विशाल और हवादार हो, और भोजन करते समय टेलीविजन न देखें।


डाइनिंग एरिया में क्या करें, क्या ना करें

  • वास्तु अनुसार डाइनिंग रूम के लिए खाने की मेज हमेशा लकड़ी से बनी होनी चाहिए। ये बहुत लाभकारी होता है।
  • डाइनिंग रूम में आईना लगाना अच्छा होता है। ये भोजन के स्थान पर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।
  • डाइनिंग रूम की दीवारों को पेंट करने के लिए गहरे रंगों से बचें, विशेष रूप से काले और भूरे जैसे रंगों से।
  • मृतक परिवार के सदस्यों की तस्वीरें डाइनिंग रूम मे लगाने से बचें, विशेष रूप से पूर्वोत्तर क्षेत्र में।
  • भोजन क्षेत्र के सामने जूते न रखें।
  • अपने भोजन क्षेत्र को ताजे फूलों से सजाएं, ताकि एक सुखद सुगंध वातावरण को तरोताजा कर सके।

अधिक जानकारी के लिए हमारे वास्तु सलाहकारों से बात करें!

डाइनिंग क्षेत्र हर घर का एक अनिवार्य हिस्सा है और हमारे स्वास्थ्य और कल्याण के साथ सीधे जुड़ा हुआ है। इसलिए, इस क्षेत्र को हमेशा ही वास्तु अनुसार ही बनाना चाहिए ताकि ये हमें जीवन में स्वास्थ्य, समृद्धि और सफलता दिला सके।

 



Choose Your Package to Get 100% Cashback On First Consultation