कुंभ (Aquarius)राशि
संस्कृत या वैदिक नाम: : कुंभ
विशेषता : मानवीय, मुखर, मूल, इनवेंटिव, दयालु और मजाकिया
गहरी इच्छा : भीड़ से अलग नजर आना
उल्लेखनीय गुण : विजनरी, स्टेबल, मजबूत, अनप्रिडिक्टेबल, निडर, नेचुरल लीडर, इनोवेटिव, आशावादी
जीवन के लिए आदर्श वाक्य : लाइफ को पूरी तरह जिओ
Dates of कुंभ (Aquarius) Zodiac Sign : (January 20- Feb 18)
Quick Insight Into कुंभ (Aquarius) राशि
कुंभ राशि चिह्न
कुंभ का प्रतीक चिह्न जल से भरा घड़ा है, जो जीवन के सूचक जल को जमीन पर पहुंचाने का काम करता है। इस चिह्न में बताया गया घड़ा आपकी संवेदनशीलता का भी प्रतीक होता है और जल समाज के प्रति आपके समर्पण को दर्शाने का काम करता है। जीवन के प्रति आपका नजरिया बड़ा और विस्तृत होता है और आप समाज में बदलाव लाने के लिए कड़े प्रयास भी करते हैं।कुंभ के लाॅर्ड - शनि (सेटर्न)
कुंभ के स्वामी शनि हैं, जिन्हें वैदिक ज्योतिष में न्यायधीश का पद प्राप्त है। शनि को कर्मों के आधार पर न्याय करने के लिए जाना जाता है, शनि मनुष्य के सभी कर्मों के आधार पर उसे फल देने का काम करते हैं। हालांकि शनि की न्यायप्रियता के कारण उन्हें कई बार अनिष्ट और अमंगलकारी भी मान लिया जाता है। शनि व्यक्ति को अनुशासित और मेहनती बनाने का काम करते हैं।कुंभ का रूलिंग हाउस - ग्यारहवां
कुंडली के ग्यारहवें हाउस पर कुंभ का शासन होता है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार 11वें भाव को लाभ स्थान के नाम से भी जाना जाता है। इसका संबंध दोस्तों, उम्मीदों और सपनों से होता है। ग्यारहवां भाव का संबंध आपकी डे टू डे रिस्पाॅन्सिबिलिटी से नहीं होता है, बल्कि इसका संबंध आपकी आइडियल सिचुएशन और वहां तक पहुंचने के तरीकों के बारे में हैं। चाहे आप सफल हो या ना हो, सपनों को जीवित रखने का काम इस घर से होता है।कुंभ तत्व राशि - वायु (एयर)
कुंभ राशि चक्र का तीसरा एयर साइन है, इसके अलावा मिथुन और तुला भी वायु तत्व की राशियां है। वायु संकेत मन, बुद्धि और कम्युनिकेशन जैसी चीजों का प्रतिनिधित्व करती है। वायु तत्व लाइफ के निरंतर प्रवाह को दर्शाता हैं। वायु तत्व से संबंधित होने के कारण ही आप किसी एक समस्या के हल के लिए अलग-अलग तरह से सोच पाते हैं। एयर साइन का संबंध आपके विचारों से भी होता है, जो आपको अपने विचारों को धरातल पर उतारे में भी मदद करता है।कुंभ राशि का प्रकार - फिक्स (स्थिर)
फिक्स्ड मतलब स्थिर संकेतों को सिक्योर और लंबे समय तक चलने के लिए जाना जाता है। स्थिर संकेत मजबूत, कंसिस्टेंट और अपने-अपने विचारों को आगे बढ़ाने वाले होते हैं, वे कई विरोधों के बावजूद भी अपने लक्ष्य और विचारों को आगे बढ़ाने में सक्षम होते हैं। फिक्स्ड साइन की इसी विशेषता को कुंभ प्रदर्शित करते हैं। वे क्रिएटिविटी के साथ काम की शुरूआत करते हैं और उसे अंत तक पहुंचाने का काम करते हैं। फिक्स्ड साइन में खुद को व्यक्त करनी की गजब की क्षमता होती है।कुंभ का रत्न - नीलम (ब्लू सफायर)
कुंभ के स्वामी शनि है, जिनका रत्न नीलम है, जिसे अंग्रेजी में ब्लू सफायर के नाम से जाना जात है। नीलम रत्न को कुंभ राशि वाले लोगों के लिए बेहद लकी माना जाता है। नीलम को लेकर यह बात विख्यात है कि नीलम यदि आपकी जन्म कुंडली के अनुसार आपको सूट करता है तो आपको अपनी लाइफ में बड़े पाॅजिटिव बदलाव देखने को मिलेंगे लेकिन यह यदि यह आपको सूट नहीं करता है, तो इससे अपके जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की भी संभावना होता है। कुंभ के लिए नीलम भाग्योदय का रत्न है, लेकिन इसे किसी जानकार ज्योतिष की सलाह पर ही धारण करना चाहिए। कुंभ राशि के लोगों के लिए नीलम उनकी गंभीरता को बैलेंस करने का काम करता है। यह रत्न आपकी लाइफ में मानसिक शांति और सुख चैन लाने का भी काम करता है। मेंटल प्रॉब्लम या डिप्रेशन में फंसे लोगों के लिए नीलम को बेस्ट माना गया है। नीलम रत्न के ज्योतिषीय लाभ और धारण करने के जानकारी पाइए।कुंभ का रंग - नीला (ब्लू)
कुंभ का लकी कलर नीला या ब्लू है। कुंभ के लाॅर्ड शनि का फेवरेट कलर भी नीला है। आकाश और जल के रंग से जुड़ा यह कलर एनर्जी का भी सूचक है। कुंभ राशि के लोगों के लिए यह रंग ऊर्जा के स्रोत की तरह हो सकता है, जो उनकी एनर्जी को बैलेंस करने का काम करता है। ब्लू कलर कुंभ को पाॅजिटिविटी और काॅन्फिडेंस के साथ अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ने में हेल्प करता है। नीला रंग इनोवेश का भी रंग है, यह जीवन में आपके विचारों और विरोधाभास को भी खत्म करने का काम करता है। कुंभ के लिए नीले रंग के अलावा फिरोजी, वायलेट और सफेद रंग भी लकी हो सकते हैं।कुंभ (Aquarius) अनुकूलता
असंगत : वृषभ और वृश्चिक
तटस्थ मिलान : कर्क और सिंह
कुंभ राशि के साथ मेष और धनु के मेल को आइडियल माना गया है। कुंभ की बौद्धिकता, मौलिकता और मिलनसार नेचर मेष और धनु जैसे फायर साइन के साथ अच्छे से मैच करता है। वहीं दूसरी ओर पृथ्वी तत्व वृषभ और जल तत्व वृश्चिक के साथ कुंभ के संबंध चुनौतियों भरे हो सकते है, साफ शब्दों में कहें तो कुंभ के साथ वृषभ और वृश्चिक का मैच बिल्कुल सफल नहीं माना जा सकता है। वृश्चिक का तीव्र और डोमिनेटिंग नेचर कुंभ के साथ कारगर नहीं, वहीं वृषभ का स्थिर स्वभाव भी कुंभ को परेशान कर सकता है। पारंपरिक ज्योतिष में कुंभ और कर्क की जोड़ी को भी थोड़ा अजीब माना गया है, हालांकि इनके बीच की छोटी – मोटी समस्याओं का समाधान संभव है। सिंह के मामले में यह कहा जा सकता है कि यदि वे दोनों खुले दिल से एक दूसरे के साथ तालमेल बैठाने का प्रयास करें तो उनके संबंध भी बेहतर हो सकते हैं।
कुंभ (Aquarius) Lucky Charms | |
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लकी कलर: | नीला |
लकी स्टोन: | नीलम (ब्लू सफायर) |
लकी डे: | मंगलवार |
लकी मेटल: | लोहा |
कुंभ (Aquarius) Planetary Governor
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राशि स्वामी - शनि
सनातन पुराणों में शनि देव को लेकर कई तरह की व्याख्याएं देखने को मिलती है। वैदिक ज्योतिष से संबंधित कई धड़ों का मानना है कि शनि एक मारक ग्रह है और अशुभता से संबंध रखते हैं। लेकिन शनि के जुड़ी ये भ्रांतियां सच से थोड़ी अलग है, क्योंकि वे व्यक्ति को अनुशासित करने का काम करते हैं इसलिए उन्हें कठोर और क्रूर माना जाता है। लेकिन इस बात में भी कोई दो राय नहीं की नव ग्रह में केवल शनि ही इनते प्रभावी है कि वे व्यक्ति को मोक्ष तक पहुंचा सकें। कुुंभ के स्वामी होने के नाते शनि की न्यायप्रियता और समाज को बेहतर बनाने की उनकी दृष्टि कुंभ राशि के लोगों में साफ तौर पर देखने को मिलती है। कुंभ का अनुशासन और अपने काम के प्रति डेडिकेशन भी उन्हें शनि से ही प्राप्त हुआ है।