तुला और कन्या अनुकूलता
जिंदगी में किसी के पास अच्छे और लंबे रिश्ते हों, तो जीवन की आधी से ज्यादा समस्या खत्म हो जाती है, लेकिन रिश्ते बनाना और उन्हें टिकाए रखना, इतना आसान नहीं होता। मौजूदा दौर में लोगों के बीच फासले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। रिश्तों में बंधी डोर लगातार कमजोर होती जा रही है। लोगों को एक-दूसरों के साथ तालमेल बैठाने में दिक्कत आ रही है। वैदिक ज्योतिष इसमें हमारी हेल्प करता है, दो राशि के लोगों के बीच रिश्तों की मजबूत दीवार को संभाले रखने के लिए ज्योतिष हमेशा कुछ सिद्धांतों पर काम करता है। इन्हीं सिद्धांतों के आधार पर हम तुला और कन्या राशि की जोड़ी का अध्ययन करेंगे।
तुला
23 Sep - 23 Oct
कन्या
24 Aug - 22 Sep
डिप्लोमेटिक
सतर्क
अट्रेक्टिव
बैलेंस्ड
फास्ट
सिस्टेमेटिक
अनालिटिकल
एक्सप्रेसिव
शांत
सीरियस
तुला और कन्या लव कंपेटिबिलिटी
कन्या और वृश्चिक के प्रेम संबंध दो विपरीत ध्रुवों को साथ लाने जैसा हो सकता है। कन्या आमतौर पर शांत और पेशिनेट होते हैं, जबकि तुला जातक प्रोग्रेसिव और सोशल होते हैं। आइए तुला और कन्या राशि की जोड़ी और इनकी लव लाइफ के बारे में ज्यादा जानें।
- कन्या और तुला के प्रेम संबंध बेहद रोमांटिक और एक्साइटिंग हो सकते हैं, वे कम्युनिकेशन के दौरान इंटीमेट बातें करना पसंद करते हैं।
- अपने मतभेदों के बावजूद जब ये दोनों राशियां बिना शर्त के प्यार की गहराई में उतरने को तैयार होती है, तो उनके प्रेम संबंध लोगों के लिए आश्चर्य और क्यूरियोसिटी का विषय हो सकता हैं।
- कन्या के साथ प्रेम संबंधों के दौरान तुला प्यार और मस्तीखोरी करते हैं, जिससे कन्या राशि के लोग उनकी ओर खिंचे चले आते हैं।
- तुला और कन्या दोनों ही प्रैक्टिकल होते हैं। कन्या विशेष रूप से तुला के डिप्लोमेटिक नेचर और अट्रेक्शन को पसंद करते हैं, वहीं तुला को कन्या का केयरिंग नेचर पसंद आता है।
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तुला और कन्या संबंधों के फायदे
तुला और कन्या दोनों विपरीत विशेषताओं के बावजूद काफी हद तक एक-दूसरे के लिए बने हैं। उनके बीच का बौद्धिक और शारीरिक जुड़ाव उन्हें एक दूसरे के ज्यादा करीब लाने का काम करता है, आइए जानते हैं तुला और कन्या राशि की जोड़ी के कुछ सकारात्मक पहलू –
- तुला और कन्या संबंधों में रहने के दौरान एक साथ कुछ नया सीखने की कोशिश कर सकते हैं। तुला की न्यायप्रियता और कन्या की व्यावहारिकता आसानी से एक हो सकती है।
- तुला और कन्या दोनों ही लाॅजिकल और इंटेलेक्चुअल तौर पर समान होते हैं, बौद्धिक क्षमता के दम पर वे किसी भी काम को आसानी से पूरा कर सकते हैं।
- कन्या को नियमों का पालन करते हुए लाॅजिकली आगे बढ़ना पसंद होता है। तुला और कन्या के रिश्तों में तुला स्टेबल रहने की कोशिश करते हैं, ताकि कन्या की घबराहट और चिंता की प्रवृत्ति को शांत किया जा सकें।
- तुला और कन्या पारंपरिक रूप से एक-दूसरे के लिए अधिक अनुकूल नहीं होते हैं, लेकिन समय के साथ इनके रिश्ते बेहतर होते जाते हैं।
तुला और कन्या संबंधों के नुकसान
तुला और कन्या राशियों का संयोजन बहुत सहज नहीं होता है, उनके बीच भरोसा आसानी से कायम नहीं हो पाता है, लेकिन वे हमेशा एक-दूसरे के साथ सुरक्षित महसूस करते हैं। आइए तुला और कन्या संबंधों के कुछ नुकसान जानें।
- हर रिश्ते में एक ऐसा समय आता है, जब आपको सब सही लग रहा होता है। जब बुरा समय आता है, तो स्थितियां अलग हो जाती है और हर चीज टुकड़े-टुकड़े में सामने आ रही होती है। तुला और कन्या के संबंधों पर यह स्थिति बिल्कुल सटीक बैठती है
- तुला-कन्या के इस रिश्ते में कन्या को यह समझना होगा कि हर कोई आपके अनुसार परफेक्शन नहीं पा सकता है, उन्हें तुला को कुछ समय और स्वतंत्रता देने पर विचार करना चाहिए।
- तुला और कन्या के संबंधों में उनके पर्सनल डिसीजन के कारण भी भ्रम की स्थिति पैदा हो सकती है, जिससे धीरे-धीरे रिश्ते से उनका इंट्रेस्ट खत्म होने लगता है।
- यदि तुला और कन्या एक बेहतरीन रिश्ता चाहते हैं, तो उन्हें एक दूसरे की कमियों और खामियों को स्वीकार करना होगा। मिसाल के तौर पर तर्कों के दौरान कन्या राशि बहुत शाॅर्ट टेंपर्ड हो जाते है। वहीं तुला रिश्तों को कंट्रोल करने का प्रयास करते हैं।
- तुला और कन्या के रिश्तों का एक और बुरा पहलू यह है कि इनमें एक रहस्यमयी है वहीं दूसरा जरूरत से ज्यादा जानने का प्रयास करता है।