धनु और कन्या अनुकूलता
जीवन के सबसे बड़े निर्णयों में से एक है किसी के साथ रिश्ते में होना। यह एक खूबसूरत अहसास है, लेकिन अक्सर किसी रिश्ते के भविष्य को लेकर हम चिंता में रहते हैं। इस पर हमारी पूरी लाइफ टिकी रहती है। सही पार्टनर का चुनाव किसी के लिए भी आसान नहीं होता, भले ही आप अपने होने वाले पार्टनर को कितने ही लंबे समय से क्यों न जानते हों। शायद इसीलिए लाइफ के इस इम्पोर्टेंट डिसीजन के लिए सनातन परंपरा में ज्योतिष का उपयोग बड़े पैमाने पर किया जाता है। मौजूदा समय में ज्योतिष ही एकमात्र ऐसा उपाय है, जिसके माध्यम से आप भविष्य की संभावनाओं और अपने पार्टनर के अपने रिश्तों को आकलन कर सकते हैं। फिलहाल हम धनु और कन्या राशि के लोगों का लाइफ के विभिन्न क्षेत्रों के आधार पर आंकलन करेंगे
धनु
23 Nov - 21 Dec
कन्या
24 Aug - 22 Sep
उदार
परोपकारी
फीयरलेस
इंडिपेंडेंट
नेचुरल लवर
सिस्टेमेटिक
अनालिटिकल
एक्सप्रेसिव
शांत
सीरियस
धनु कन्या लव कंपेटेबिलिटी
विपरीत के प्रति आकर्षण यही प्रकृति का नेचर है, धनु और कन्या के लव रिलेशन में भी यही चीज सबसे ज्यादा काम करती है। क्या इससे वे एक आइडियल लवर बन पाएंगे या अन्य राशियों के समान एवरेज प्रेमी ही रह पाएंगे।
- धनु और कन्या प्रेम संबंध के बारे में सबसे खास बात यह है कि वे अपने पार्टनर के लिए बेहद फ्लेक्सिबल होते हैं। यह समझ उनके रिश्ते को मजबूत करने का काम करती है।
- कन्या का केयरिंग नेचर धनु राशि के लपरवाह लोगों के लिए काम करता है, वहीं रिजर्व कन्या के लिए धनु के साथ आने पर खुशनुमा लाइफ की उम्मीद कर सकते हैं।
- दोनों में इस बात की समझ होती है कि हर किसी को अपने लिए पर्सलन स्पेस की जरूरत होती है, जिससे उनके रिश्ते को पनपने का पूरा समय मिलता है।
- धनु और कन्या पर गुरु और बुध का स्वामित्व होता है, जो उन्हें अपनी लव लाइफ को कम्युनिकेशन के माध्यम से स्ट्राॅन्ग करने की अनुमति देता है।
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धनु कन्या संबंधों के फायदे
धनु और कन्या दो अपोजिट एलिमेंट की राशियां है, धनु एक फायर साइन है, वहीं कन्या का संबंध अर्थ से होता है। अपोजिट राशि आधार के बाद भी धनु और कन्या के संबंधों में कुछ बातें बहुत फायदेमंद हो सकती है।
- धनु और कन्या दोनों के अपोजिट राशि तत्व उन्हें जीवन में एक दूसरे को बैलेंस करने में हेल्प कर सकते है।
- धनु और कन्या राशि के लोग एक दूसरे को लाइफ में प्रोग्रेस करने के लिए जरूरी सपोर्ट एक-दूसरे को दे सकते हैं।
- कन्या का नेचर थोड़ा रिजर्व होता है, वहीं धनु को अपने बेबाक रवैये के लिए जाना जाता है। धनु कन्या राशि के लोगों को रिस्क लेना सिखाते है, वहीं कन्या धनु को पेशेंस के साथ काम करने का तरीका सिखाते हैं।
- अपोजिट नेचर होने के बाद भी कन्या और धनु राशि के लोग एक दूसरे के साथ लंबे समय तक अपने रिश्ते कायम रख पाते हैं। उनमें एक दूसरे के नजरिए को लेकर सहानुभूति देखने को मिलती है।
धनु कन्या संबंधों के नुकसान
कन्या जातकों में अपने संबंधों को लेकर सदैव एक संदेह की स्थिति होती है, वहीं धनु लाइफ में कमिटमेंट को लेकर सहज नहीं होते हैं। अपोजिट आधार तत्व के कारण धनु और कन्या को और भी कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
- कन्या राशि के लोगों को परफेक्शनिस्ट माना जाता है, वही धनु थोड़े लापरवाह होते हैं, जिस पर कन्या राशि के लोग हार्शली रिएक्ट करते हैं।
- धनु पाॅजिटिव होते हैं और लाइफ की बड़ी तस्वीर को देखते हैं, जबकि कन्या छोटी – छोटी चीजों के बारे में भी टेंशन लेते हैं। यह वैचारिक मतभेद उनके रिश्तों के लिए नुकसानदायक है।
- कन्या राशि के लोग वेल मैनेज्ड होते है, वे अपनी लाइफ की हर प्लान करते है, वहीं दूसरी ओर धनु को अपने अगले पल और अगले दिन के बारे में कुछ पता नहीं होता जो विवाद का कारण बन सकता है।