धनुराशि

संस्कृत या वैदिक नाम: : धनु

विशेषता : आशावादी, इंडिपेंडेंट, इंटरएक्चुअल, बेस्ट कम्यूनिकेटर

गहरी इच्छा : रचनात्मक बने रहना

उल्लेखनीय गुण : लॉयल, बातूनी, अतिउत्साही, सेंस ऑफ ह्यूमर, चार्मिंग, काॅन्फिडेंट

जीवन के लिए आदर्श वाक्य : जिंदा हो, तो जिंदा नजर आना जरूरी है।

राशिचक्र में 241 से 270 डिग्री तक के क्षेत्र को धनु राशि के नाम से जाना जाता है। राशि क्रम में धनु का नंबर नवां है, और यह अग्नि तत्व की तीसरी राशि है। धनु राशि (Dhanu) के प्रकार या स्वभाव की बात करें तो यह एक म्यूटेबल मतलब परिवर्तनशील राशि है। धनु राशि के लोग के स्वभाव से आशावादी होते हैं। धनु को राशिचक्र की सबसे एक्टिव राशियों में से एक माना जाता है। दुनिया के प्रति उनका अपना नजरिया होता है, जो उन्हें दूसरों के प्रति अधिक दयालू और सहयोग करने वाला बनाता है। वे सत्यवादी होते हैं, और सच बोलने से कभी पीछे नहीं हटते हैं। उनका आशावादी और पाॅजिटिव एटिट्यूट उन्हें हमेशा सकारात्मक बनाए रखता है। उनका मानना है कि दुनिया में कुछ भी करना असंभव नहीं है, और वे प्रयत्न करने से कभी नहीं घबराते भी नहीं है। धनु राशि को राशिचक्र की सबसे एक्साइटिंग, फ्रेंडली और एनर्जेटिक राशियों में से एक माना जाता है। धनु राशि के लोगों में आगे की स्थिति का आकलन करने की जबरदस्त क्षमता होती है, वे बड़ी तस्वीर देखने में अच्छे होते हैं। ज्ञान प्राप्त करने की अंतहीन चाह उन्हें लगातार चलने और सीखने में सक्षम बनाती है। उनका खोजी स्वभाव उन्हें घूमने और नई जगह एक्सप्लोर करने के लिए प्रेरित करती है। उन्हें अपनी डे टू डे की लाइफ में भी लगातार नयापन चाहिए होता है, उनके लिए लगातार एक जैसी दिनचर्या बोरिंग और ऊबाऊ हो सकती है। चीजों को जानने के प्रति उनकी जिज्ञासा उन्हें प्रेरित करने का काम करती है। उनकी जिज्ञासा और एनर्जी उन्हें पूरी दुनिया घूमकर जीवन के अस्तित्व को समझने का प्रयास करने के लिए भी प्रेरित करती है। धनु के लिए कहा जा सकता है कि वे मल्टी टैलेंटेड होते है और अपने विचारों और सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। वे बातें करते समय उनमे अपने सेंस ऑफ ह्यूमर का तड़का लगाने में माहिर होते हैं, जिससे आपको उनका कैरेक्टर थोड़ा फनी भी लग सकता है।

Dates of धनु Zodiac Sign :

Quick Insight Into धनु राशि

धनु राशि चिह्न

धनु राशि का साइन एक अश्व मानव हैं जिसका पिछ्ला हिस्सा घोड़े का हैं और सामने का हिस्सा मानव का हैं, जिसके हाथ में प्रत्यंचा चढ़ा हुआ तीर धनुष हैं। यह उनके हाई और लो दोनों ही तरह के स्वभाव को दर्शाता है। धनु राशि चिह्न का अग्र भाग, जिसके हाथ में तीर धनुष है, वह स्वर्ग की ओर इशारा करते हुए हैं यह दर्शाता है कि आप एक आध्यात्मिक प्रकृति के इंसान हैं। यह उनके आशावादी दृष्टिकोण को भी दर्शाता है। जबकि चिह्न का दूसरा भाग धनु के कठोर स्वभाव को दर्शाता हैं। यह हमें बताता है कि वे अपनी बातों और विचारों पर तटस्थ होते हैं और कई बार अच्छे सुझाव भी अस्वीकार कर सकते हैं।

धनु के लाॅर्ड - गुरु (जुपिटर)

धनु के लाॅर्ड गुरु हैं, जो लॉयल, पाॅजिटिव और आशावादी ग्रह है। वैदिक ज्योतिष में गुरु को अमृत समान माना गया है। उन्हें ज्ञान और विस्तार का स्वामी माना जाता है। गुरु न्याय, नैतिकता, मानवता, धन, सौभाग्य और खुशहाली देने का काम करते हैं। गुरु आपको लाइफ की उन अपॉर्च्युनिटी का उपयोग करना सीखाते हैं, जो हमारे आसपास बनी रहती है।

धनु का रूलिंग हाउस - नाइंथ

धनु चार्ट के नाइंथ हाउस को कंट्रोल करते हैं। इस घर का संबंध आपके भाग्य से होता है, इसी के साथ यह धर्म और आध्यात्म का भी घर है। यह घर उच्च शिक्षा, आध्यात्मिक समझ, विश्वास प्रणालियों के विस्तार, पर्सनल फिलाॅसोफी, लंबी दूरी की यात्रा और विदेशी भाषाओं से भी संबंध रखता है। धनु की पर्सनेल्टी में नजर आने वाला आशावाद भी इस घर से संबंधित होता है।

धनु तत्व राशि - अग्नि (फायर)

धनु राशि चक्र का तीसरा फायर साइन है, इसके अलावा मेष और सिंह भी अग्नि तत्व की राशियां है। अग्नि तत्व राशियां अपने एग्रेशन और एनर्जी के लिए जानी जाती है। अग्नि तत्व से संबंधित राशियों में चीजों को टालने की प्रवृत्ति नहीं होती। वे किसी भी काम को पूरा किये बिना ठहरने के बारे में नहीं सोचते हैं। अग्नि तत्व की राशियों में एनर्जी का लेवल कभी कम नहीं होता है, बल्कि यह समय के साथ बढ़ता ही जाता है। धनु, अपनी राशि से संबंधित तत्वों के बारे में पढ़ें।

धनु राशि का प्रकार - म्यूटेबल (परिर्वतनशील)

धनु एक परिर्वतनशील राशि है, जिसे अंग्रेजी में म्यूटेबल कहा जाता है। म्यूटेबल साइन की राशियों में गजब की अनुकूलता देखने को मिलती है, उनमें किसी भी तरह की नई चीज या परिस्थिति में खुद ढालने की गजब की क्षमता होती है। वे फ्लेक्सिबल होते हैं और चीजों को जल्द ही अपने अनुसार कर लेते हैं। उनमें परिवर्तनों के प्रति एक पाॅजिटिव एटिट्यूट होता है, जो उन्हें लाइफ में कई तरह की अच्छे अवसर प्रदान करता है।

धनु का रत्न - पुखराज (येलो सफायर)

धनु राशि के लोगों के लिए पुखराज को भाग्यशाली माना गया है। धनु के स्वामी बृहस्पति हैं, जिन्हें देवगुरु की उपाधि प्राप्त हैं। इसीलिए हम उन्हें गुरु के नाम से भी जानते हैं। पुखराज गुरु का रत्न है, जो ज्ञान और भाग्य देने का काम करता है। पुखराज धनु के चंचल मन और मस्तिष्क को स्टेबल करने का काम करता है। यह उन्हें बेहतर और स्पष्ट निर्णय लेने में भी मदद करता है। हालांकि किसी भी रत्न को धारण करने से पहले कुंडली के अन्य ग्रहों का अनालिसिस किया जाना चाहिए।

धनु का रंग - पीला (येलो)

पीला या येलों कलर धनु को प्रभावित और आकर्षित करने का काम करता है। पीला रंग उनके लिए बेहद उपयोगी और लाभदायक माना गया है। पीला रंग ज्ञान और जिज्ञासा को भी रिप्रेजेंट करता है। धनु राशि के लोगों के लिए यह रंग उनकी इनर और आउटर एनर्जी को बैलेंस करने का काम करता है। धनु के लिए येलो रंग पाॅजिटिविटी बढ़ाने और उस लेवल को सदैव बनाए रखने में मददगार होता है। धनु के लिए अन्य अनुकूल रंगों की बात करें तो लाल, गुलाबी और दूधिया सफेद रंग भी उनके लिए अच्छे साबित होते हैं।

धनु अनुकूलता

असंगत : वृषभ, कन्या, मकर

तटस्थ मिलान : धनु

अग्नि तत्व की मेष और सिंह राशियों के साथ धनु की अनुकूलता बेहतर हो सकती है। धनु के संबंध वायु तत्व की कुंभ राशि के साथ भी बेहतर हो सकते हैं, क्योंकि वे डिस्कशन के दौरान कई तरह की अद्भुत चर्चाओं में शामिल हो सकते हैं। वहीं धनु राशि के लोगों के लिए वृषभ, कन्या और मकर के साथ अनुकूल या कंपेटिबिलिटी बैठाना मुश्किल और जटिल हो सकता है। इन राशियों को एक-दूसरे के साथ वैचारिक तालमेल बैठाने में भी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसी के साथ मिथुन राशि के साथ भी अनुकूलता बना पाना धनु के लिए मुश्किल होता है, क्योंकि दोनों की थाॅट प्रोसेस बिल्कुल अलग होती है और वे कभी किसी एक बात पर सहमत नहीं हो सकते हैं। कुल मिलाकर वायु तत्व की राशियों के साथ संतुलन बनाने में धनु को कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। हवा आग को भड़काने का काम करती है।

धनु Lucky Charms
लकी कलर: पीला
लकी स्टोन: पुखराज (येलो सफायर)
भाग्यशाली दिन: गुरुवार
लकी मेटल: सोना और पीतल

धनु Planetary Governor

  • राशि स्वामी - गुरु (जुपिटर)

    धनु के लाॅर्ड गुरु हैं, गुरु को नवग्रहों में सबसे ज्यादा शुभ और लाभदायक माना गया है। जीवन के किसी भी क्षेत्र में सफलता के लिए गुरु की स्थिति को बेहद महत्वपूर्ण माना गया है। धनु के स्वामी होकर गुरु उन्हें आशावादी और विस्तृत सोच देने का काम करते है। गुरु के प्रभाव के कारण धनु राशि के लोग लाइफ में मिलने वाले किसी भी तरह के अवसरों को सफलता से अपने पक्ष में परिवर्तित करने की क्षमता रखते हैं। गुरु के ही प्रभाव में धनु राशि के लोग अपने ज्ञान का विस्तार कर पाते हैं और जीवन के प्रति एक बड़ा नजरिया रख पाते हैं।

  • धनु राशि में नीच ग्रह - राहू

    राहू को धनु राशि में नीच स्थान प्राप्त होता है, मतलब धनु राशि में राहू की मौजूदगी कभी फलदायी नहीं मानी जा सकती। धनु में राहू के होने से व्यक्ति को जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। धनु में राहू की मौजूदगी या दृष्टि मात्र से ही व्यक्ति को अपने करियर में कई तरह की उठापटक देखने को मिल सकती है। इसे आपकी नौकरी जाने का भी खतरा होता है, इतना ही नहीं धनु में राहू आपके सगे संबंधियों से आपके रिश्ते खराब कर सकता है। यह आपको आर्थिक रूप से भी परेशान कर सकता और आपको कर्जदार भी बना सकता है।

  • धनु राशि में उच्च ग्रह - केतु

    केतु को धनु राशि में उच्च स्थान प्राप्त होता है। धनु राशि में केतु की मौजूदगी या दृष्टि व्यक्ति को आध्यात्म की ओर लेकर जाने का काम करती है। धनु के साथ केतु का किसी भी तरह का संबंध व्यक्ति को आध्यात्म, मोक्ष, लेखन, वैराग्य और रहस्मय विद्या की ओर आकर्षित करने कार्य करता है।

    क्या आप धनु डिकन के बारे में जानते हैं ?