ओपल रत्न की पहचान कैसे करें, इसकी विशेषताओं के बारे में जानिए


परिचय

ज्योतिश के अनुसार ओपल रत्न को शुक्र ग्रह से संबंधित माना गया है। ओपल स्टोर दो तरह का होता है, पहला सामान्य और दूसरा कीमती। दोनों में ही उनके लुक तथा चमक का अंतर होता है। सामान्य ओपल स्टोन में जहां देखने में ज्यादा चमक और ऑप्टिकल इफेक्ट्स नहीं दिखाई पड़ते वहीं अच्छे और कीमती ओपल में ऑप्टिकल इफेक्ट्स को स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है।

वर्तमान में ऐसे कई तरीके हैं जिनके आधार पर आप ओपल की विशेषताओं को पहचान कर उनकी लिस्ट बना सकते हैं। विभिन्न प्रकार के ओपल स्टोन्स ट्रांसपेरेंसी, कलर सहित कई अन्य गुण दिखाते हैं। यहां, हमने ओपल की उनकी पहुंच, छायांकन, भौगोलिक स्रोतों और अन्य अलग करने वाले कारकों पर निर्भर ओपल की एक पूरी लिस्ट बनाई है ताकि आपको उन्हें पहचानने में किसी तरह की कोई असुविधा नहीं हो। आइए इसके बारे में विस्तार से पढ़ते हैं।


पहुंच के आधार पर ओपल के प्रकार

विभिन्न ओपल पत्थरों की क्वालिटी और उनकी चमक के आधार पर भी ओपल पत्थरों को आसानी से पहचाना जा सकती है। ओपल की बढ़ती डिमांड ने वैज्ञानिकों को आर्टिफिशियल या सिंथेटिक ओपल बनाने के लिए भी प्रेरित किया है। आइए देखते हैं कि पहुंच के आधार पर ओपल के तीन अलग-अलग प्रकार कौनसे हैं:

प्राकृतिक ओपल

प्राकृतिक ओपल उस स्टोन को कहा जाता है जो धरती की खदान से प्राप्त किया जाता है। यह पृथ्वी के अंदर प्राकृतिक रूप से बनता है और इसे सबसे अच्छा माना जाता है। इसी कारण इनकी कीमत भी बहुत ज्यादा होती है।

कृत्रिम/सिंथेटिक ओपल

वैज्ञानिकों ने अब लैब में भी आर्टिफिशियल या सिंथेटिक ओपल बनाने में कामयाबी हासिल कर ली है। ये नेचुरल ओपल के समान ही दिखते हैं, उसी तरह की क्वालिटी और गुण रखते हैं परन्तु इनकी कीमत नेचुरल स्टोन के मुकाबले कम होती है।

नकली ओपल

इस तरह का ओपल मानव निर्मित प्रतिरूप पदार्थ जैसे कांच, या प्लास्टिक से बना होता है। इनका उपयोग प्राकृतिक ओपल के आसान विकल्पों के रूप में किया जाता है। कई बार ये इतने परफेक्टली बनाए जाते हैं कि अच्छे से अच्छे जानकार भी इनकी पहचान करने में धोखा खा जाते हैं। इनकी पहचान के लिए लैब में टेस्ट करवाना होता है।


विकास पर आधारित ओपल रत्न

जैसा कि कहा गया है, विभिन्न ओपल रत्न प्रकारों में विविध सेट गुण होते हैं। वे शैडो़ वाली लाईन्स दिखा सकते हैं, जिससे उनकी सुंदरता बढ़ती है। रंग और क्वालिटी के आधार पर इन्हें सात विभिन्न प्रकार के ओपल में वर्गीकृत किया जाता है। यहां उनके विकास क्रम पर आधारित ओपल्स की सूची दी गई है:-

सफेद ओपल

इसमें मध्यम मंद या हल्का डार्क कलर होता है। उन्हें ‘लाइट ओपल’ के रूप में भी जाना जाता है, लेकिन आमतौर पर व्हाइट ओपल के रूप में जाना जाता है।

ब्लैक ओपल

ये लाइटनिंग रिज, ऑस्ट्रेलिया में वितरित किए जाने वाले सबसे मूल्यवान ओपल हैं। वे क्वालिटी और अपने रंगरूप में बेजोड़ होते हैं।

बोल्डर ओपल

बोल्डर ओपल मेजबान चट्टानों की बाहरी परत के अंदर आकार में होते हैं, जो प्राकृतिक रूप से अनेकों वर्षों या शताब्दियों में स्वत: ही तैयार होते हैं। पश्चिमी क्वींसलैंड विभिन्न ओपल पत्थरों के बीच बोल्डर ओपल का महत्वपूर्ण स्रोत है।

फायर ओपल

फायर ओपल स्पष्ट या पारदर्शी दिखाई देते हैं। इनमें भी लाल और नारंगी से पीले रंग में जाने वाली हल्की लाईनिंग होती हैं। इन्हें देख कर ऐसा अनुभव होता है कि मानो उनमें आग हो। उन्हें ऑस्ट्रेलिया और मैक्सिको में उनके जन्मस्थान में फायर ओपल के रूप में प्रशंसित किया जाता है।

मैट्रिक्स ओपल

ये सबसे अलग प्रकार के ओपल होते हैं। ये आमतौर पर चट्टानों के बीच की दरारों या छिद्रों में बनते हैं और इसी कारण इनमें कुछ अलग चमक सी दिखाई देती है।

हयालाइट ओपल

हरे, नीले या पीले रंग के हल्के रंगों में उपलब्ध इस ओपल को मुलर का ग्लास भी कहा जाता है। इस पत्थर को एक नीरस प्रकार के ओपल के रूप में दर्शाया गया है जो दिखने में कांच जैसा होता है।

क्रिस्टल ओपल

क्रिस्टल ओपल आम तौर पर अर्धस्पष्टता लिए हुए पारदर्शी होते हैं, और प्रकाश के परावर्तन के कारण पत्थर के अंदर से एक अलग ही चमक दिखाई देती है।

इस प्रकार विभिन्न प्रकार के ओपल हमारे जीवन में ग्रहों के प्रभाव को अनुकूल बना कर जीवन की दिशा मोड़ सकते हैं। एक्सपर्ट ज्योतिषी रत्नों की जांच के जानकार होते हैं और आपके सही पत्थर की पहचान बता कर गाइड कर सकते हैं।

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ओपल रंगों की किस्में

ओपल रंग अलग-अलग कलर्स यथा नीले, गुलाबी, और कुछ अन्य रंगों में भी मिलते हैं। यहां रंगों के आधार पर ओपल्स की लिस्ट दी जा रही है:-

गुलाबी ओपल

यह ओपल गुलाबी रंग या इससे मिलते-जुलते कलर्स में मिलता है। यह हल्के सफेद से लेकर कार्नेशन पिंक और बकाइन तक होता है। मेक्सिको के लोग रयोलाइट होस्टेड फायर ओपल को “पिंक ओपल” कहते हैं।

ब्लू ओपल

लोगों के लिए एक असामान्य ब्लू ओपल को पहचानना वास्तव में बहुत कठिन हो सकता है। एक नीले ओपल स्टोन में हल्के नीले रंग की ओर चमक दिखाई देती है। यह ओपल का सबसे सामान्य प्रकार है जो देखने को मिलता है। इसे ओरेगन, पेरू और इंडोनेशिया से आयात किया जाता है।

मोराडो ओपल

स्पेनिश भाषा में मोराडो शब्द का अर्थ होता है ‘बैंगनी’। यह दुनिया में मिलने वाले सभी ओपल्स में से दुर्लभ माना जाता है, यह बहुत कम मिलता है और इसी कारण इसकी कीमत बहुत ज्यादा होती है।


डिजाइन के आधार पर ओपल रत्न की पहचान

ओपल स्टोन ऑप्टिकल इफेक्ट्स के चलते लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इन्हीं ऑप्टिकल इफेक्ट्स की मदद से ओपल रत्न की पहचान भी की जा सकती है। यहां पर इसके लिए विस्तार से बताया जा रहा है।

हार्लेक्विन ओपल

इस तरह के ओपल में चौकोर आकार या कीमती पत्थरों की तरह धब्बे से दिखाई देते हैं।

कॉन्ट्रा-लूज ओपल

यह सर्वाधिक रोचक ओपल स्टोन है, जो प्रकाश की किरणों को परावर्तित (रेफ्लेक्ट) कर विभिन्न प्रकार के शैड्स दिखाता है। इसकी वजह से यह सहज ही आंखों को आकर्षित कर लेता है।

पिनफायर या पिनपॉइंट ओपल

ओपल की सभी वैरायटीज में से इसमें चकत्ते टाइप पैचेज होते हैं जिससे पूरे स्टोन को एक अलग ही लुक और चमक मिलती है।

कैट्स आई ओपल

वास्तव में कैट्स आई ओपल एक ऑप्टिकल इफेक्ट के कारण होता है जो ‘बिल्ली की आंख’ की तरह दिखाई देता है। इसमें पूरे स्टोन पर प्रकाश की एक चमकीली लाइन इस तरह चलती अनुभव होती है जैसे वह हमारी आंखों के साथ चल रही हो और इसी वजह से यह स्टोन देखने में एक आंख की तरह दिखाई देता है।

इस प्रकार ओपल स्टोन को उनके शेड्स, डिजाईन और कलर्स के आधार पर अलग अलग कैटेगरीज में वर्गीकृत किया जाता है। यदि आप भी ओपन स्टोन से मिलने वाले लाभ अधिकाधिक मात्रा में प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारे एक्सपर्ट जेमोलॉजिस्ट (रत्नविशेषज्ञ) की सहायता से सही ओपन स्टोन चुनें।


भौगोलिक क्षेत्रों पर आधारित ओपल रत्न

अंडामूका ओपल

यह ऑस्ट्रेलिया के कुछ हिस्सों में पाया जाता है। यही पर मैट्रिक्स ओपल की भी एक खान है, यहां मिलने वाले स्टोन्स का वजन लगभग 30 कैरेट होता है।

ऑस्ट्रेलियन ओपल

ऑस्ट्रेलिया में पाए जाने के कारण ओपल की इस क्वालिटी को ऑस्ट्रेलिया ओपल भी कहा जाता है, इसमें ब्लैक, प्रीशियस, बोल्डर, मैट्रिक्स और कॉमन ओपल जैसे स्टोन ज्यादा प्रचलित है।

कूबर पेडी ओपल

इस ओपल का निकालने का काम दक्षिण ऑस्ट्रेलिया में एक छोटे से समुदाय कूबर पेडी के द्वारा किया जाता है, उन्हीं के नाम पर इसे कूबर पेडी ओपल कहा जाता है।

इथियोपियाई ओपल

पहले इथियोपिया में ओपल्स पाए जाते हैं, ये अच्छी क्वालिटी वाले, आग की सी चमक रखने वाले होते थे। इनकी क्वालिटी के कारण ही इनकी कीमत बहुत ज्यादा होती है।

लाइटनिंग रिज ओपल

न्यू साउथ वेल्स में एक छोटे से स्थान पर मिलने वाला लाइटनिंग रिज ब्लैक ओपल अपनी अनोखी चमक के चलते आज दुनिया भर के स्टोनलवर्स के लिए आकर्षण का केन्द्र बन चुका है।

मैक्सिकन ओपल

फायर ओपल की सबसे बड़ी खान मेक्सिको में है, वहां मिलने वाले ओपल्स को मैक्सिकन ओपल कहा जाता है।

लुइसियाना ओपल

लुइसियाना ओपल वास्तव में एक क्वार्टजाइट है जो ओपल मिश्रित होता है, इसमें काले रंग की शेड इसे अलग ही शेड और चमक देती है, स्थान के नाम पर ही इसे लुइसियाना ओपल कहा जाता है।

पेरुवियन ओपल

पेरूवियन ओपल में धारियां नहीं होती हैं। यह वास्तव में एक सामान्य लेकिन आकर्षक पत्थर के रूप में दिखाई देता है। पेरू में मिलने वाला पेरूवियन ओपल नीले, गुलाबी और हरे रंग के पेस्टल कलर्स की आभा से देखने वालों का मन मोह लेता है।


आखिर में...

यहां हमने देखा कि कि तरह ओपल स्टोन को विभिन्न प्रकार की श्रेणियों के आधार पर अलग-अलग कैटेगरीज में बांटा जा सकता है। उनके उन्हें डिजाईन्स, कलर्स, आकार-प्रकार, विकास क्रम तथा भौगोलिक क्षेत्रों (जहां वे पाए जाते हैं) के आधार पर पहचाना जा सकता है। परन्तु इससे पहले कि आप ओपल पहनें, हमारा सुझाव है कि आप किसी अच्छे ज्योतिषी से अपनी जन्मपत्रिका का विश्लेषण करवा लें। ऐसा करना आपके लिए उचित रहेगा और आप अपनी जन्मकुंडली में ग्रहों को अनुकूल बनाने के लिए सही स्टोन चुन सकेंगे अन्यथा आपको लाभ की जगह हानि भी उठानी पड़ सकती है।