आज का पंचांग या दैनिक पंचांग आपका हिंदू दिवस कैलेंडर या तिथि कैलेंडर का दैनिक अद्यतन है, जो खगोलीय पिंडों (चंद्रमा और नक्षत्र) की स्थिति और गति पर आधारित है। यह सर्वश्रेष्ठ ज्योतिषियों द्वारा सर्वोत्तम सटीकता के लिए ज्योतिष में अपार ज्ञान और अनुभव के साथ तैयार किया गया है। इस पंचांग में हिंदू कैलेंडर के अनुसार आज की तिथि (हिंदू तिथि) शामिल है, या जैसा कि कुछ इसे भारतीय कैलेंडर कह सकते हैं।

अमावस्या
Sat, 29 Mar 2025April
2081 कालयुक्त(Mumbai India)
लग्न कुंडली
Su , Mo , Me , Ve , Ra , Ne
12Pl
10Asc , Su , Mo , Me , Ve , Ra , Ne
11Ju , Ha
2Ma
3Ke
6Planets | Sign | Degree | Nakshatra | Charan |
---|---|---|---|---|
Ascendant |
|
22° 24′ 50″ | पूर्वभाद्रपद | 1 |
सूर्य |
|
14° 20′ 48″ | उत्तरभाद्रपद | 4 |
चंद्र |
|
7° 54′ 48″ | उत्तरभाद्रपद | 2 |
मंगल |
|
28° 26′ 48″ | पुनर्वसु | 3 |
बुध |
|
6° 37′ 48″ | उत्तरभाद्रपद | 1 |
गुरु |
|
21° 18′ 48″ | रोहिणी | 4 |
शुक्र |
|
4° 51′ 48″ | उत्तरभाद्रपद | 1 |
शनि |
|
29° 55′ 48″ | पूर्वभाद्रपद | 3 |
राहु |
|
2° 37′ 48″ | पूर्वभाद्रपद | 4 |
केतु |
|
2° 37′ 48″ | उत्तराफाल्गुनी | 2 |
हर्षल |
|
0° 24′ 48″ | कृत्तिका | 2 |
नेप्चून |
|
5° 44′ 48″ | उत्तरभाद्रपद | 1 |
प्लूटो |
|
9° 17′ 48″ | उत्तरषाढा | 4 |
PI |
AR |
TA |
GE |
AQ Asc , |
CA |
||
CP |
LE |
||
SA |
SC |
LI |
VI |
Planets | Sign | Degree | Nakshatra | Charan |
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Ascendant |
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22° 24′ 50″ | पूर्वभाद्रपद | 1 |
सूर्य |
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14° 20′ 48″ | उत्तरभाद्रपद | 4 |
चंद्र |
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7° 54′ 48″ | उत्तरभाद्रपद | 2 |
मंगल |
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28° 26′ 48″ | पुनर्वसु | 3 |
बुध |
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6° 37′ 48″ | उत्तरभाद्रपद | 1 |
गुरु |
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21° 18′ 48″ | रोहिणी | 4 |
शुक्र |
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4° 51′ 48″ | उत्तरभाद्रपद | 1 |
शनि |
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29° 55′ 48″ | पूर्वभाद्रपद | 3 |
राहु |
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2° 37′ 48″ | पूर्वभाद्रपद | 4 |
केतु |
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2° 37′ 48″ | उत्तराफाल्गुनी | 2 |
हर्षल |
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0° 24′ 48″ | कृत्तिका | 2 |
नेप्चून |
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5° 44′ 48″ | उत्तरभाद्रपद | 1 |
प्लूटो |
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9° 17′ 48″ | उत्तरषाढा | 4 |
GE TA |
AR |
PI AQ |
CA |
CP |
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LE VI |
LI |
SC SG |
Planets | Sign | Degree | Nakshatra | Charan |
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Ascendant |
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22° 24′ 50″ | पूर्वभाद्रपद | 1 |
सूर्य |
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14° 20′ 48″ | उत्तरभाद्रपद | 4 |
चंद्र |
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7° 54′ 48″ | उत्तरभाद्रपद | 2 |
मंगल |
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28° 26′ 48″ | पुनर्वसु | 3 |
बुध |
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6° 37′ 48″ | उत्तरभाद्रपद | 1 |
गुरु |
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21° 18′ 48″ | रोहिणी | 4 |
शुक्र |
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4° 51′ 48″ | उत्तरभाद्रपद | 1 |
शनि |
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29° 55′ 48″ | पूर्वभाद्रपद | 3 |
राहु |
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2° 37′ 48″ | पूर्वभाद्रपद | 4 |
केतु |
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2° 37′ 48″ | उत्तराफाल्गुनी | 2 |
हर्षल |
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0° 24′ 48″ | कृत्तिका | 2 |
नेप्चून |
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5° 44′ 48″ | उत्तरभाद्रपद | 1 |
प्लूटो |
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9° 17′ 48″ | उत्तरषाढा | 4 |
व्रत और उपवास
सभी देखें
Chaitra, Shukla Chaturthi
April 01, 2025 (Tuesday)
05:42 AM, Apr 01 to 02:32 AM, Apr 02
Chaitra, Shukla Ashtami
April 05, 2025 (Saturday)
08:12 PM, Apr 04 to 07:26 PM, Apr 05
Chaitra, Shukla Ekadashi
April 08, 2025 (Tuesday)
08:00 PM, Apr 07 to 09:12 PM, Apr 08
Chaitra, Shukla Purnima
April 12, 2025 (Saturday)
03:21 AM, Apr 12 to 05:51 AM, Apr 13
Mesha Sankranti, Solar New Year, Vrishabha Sankranti
April 14, 2025 (Monday)
Vaishakha, Krishna Chaturthi
April 16, 2025 (Wednesday)
01:18 PM, Apr 16 to 03:20 PM, Apr 17
Vaishakha, Krishna Ekadashi
April 24, 2025 (Thursday)
04:43 PM, Apr 23 to 02:32 PM, Apr 24
Vaishakha, Krishna Amavasya
April 27, 2025 (Sunday)
04:49 AM, Apr 27 to 01:00 AM, Apr 28
पंचांग 2025, अपने दिन के लिए अच्छी योजना बनाएं
आज का पंचांग या दैनिक पंचांग (panchang), हिंदू दिवस कैलेंडर या तिथि कैलेंडर के विषय में बताता है, जो खगोलीय पिंडों (चंद्रमा और नक्षत्र) की स्थिति और गति पर आधारित है। इसे अपार ज्ञानी और अनुभवी ज्योतिषियों द्वारा सटीक गणना के आधार पर तैयार किया जाता है। आज का पंचांग में हिंदू कैलेंडर के अनुसार आज की तिथि को शामिल किया गया है, जिसे भारतीय कैलेंडर के नाम से भी जाना जाता है।
हालांकि ऑनलाइन दैनिक पंचांग ना केवल आज और कल की तिथि के बारे में सही ढंग से बताता है, बल्कि इससे आपको वार (दिन), हिंदू महीना, वर्ष (विक्रम संवत्), लग्न कुंडली, राशियों, नक्षत्र (नक्षत्र), योग (चंद्र-सूर्य दिवस) और उगते सूर्य (सूर्योदय) के समय के बारे में सबसे सटीक जानकारी मिलेगी। कई लोग कुछ शुभ काम शुरू करने से पहले पंचांग और उसके समय में विश्वास करते हैं । उसके लिए पंचांग आपको मुहूर्त और चौघड़िया का सही समय प्रदान करता है।
सबसे अच्छी बात, पंचांग आपको किसी खास दिन, व्रत तथा त्योहारों के बारे में बताएंगे, कर्ण (चंद्र दिन का आधा) चल रहे पखवाड़े किसका होगा – शुक्ल पक्ष या कृष्ण पक्ष (यह बढ़ता हुआ चंद्रमा या घटता हुआ चंद्रमा) और इसके अलावा बहुत कुछ बताता है।
हिंदू कैलेंडर या पंचांग ऊर्जा के पांच स्रोतों का प्रतिनिधित्व करता है। पंचांग एक संस्कृत शब्द है, जिसका अनुवाद पांच अंगों (अंग) के रूप में किया जाता है।इन्हें दिन के पांच खंडों में बांटा गया है, इसलिए इसे पंचांग के रूप में जाना जाता है। ये दोनों दृश्यमान और अदृश्य स्रोत और ऊर्जा के पहलू हैं, जैसे समय-क्षेत्र, तिथि, समय आदि।
ज्योतिषी, नवजात शिशुओं और दूसरे लोगों की कुंडली तैयार करने के लिए पंचांग का उपयोग करते हैं। पंचांग की मदद से जन्म कुंडली तैयार करके वे संभावित वर-वधु के लिए कुंडली का मिलान भी कर सकते हैं। किसी खास दिन के शुभ समय, चौघड़िया के बारे में अधिक जानने के लिए और श्रेष्ठ मार्गदर्शन के लिए हमारे ज्योतिषियों से बात करें।