बेडरूम के लिए प्रभावी वास्तु टिप्स : दिशाओं का ज्ञान
दिन भर काम करने के बाद हमारा बेडरूम या शयनकक्ष वो कमरा होता है, जहां हम आराम करते हैं, सोते हैं, रिचार्ज होते हैं और अगली सुबह फिर ज़िन्दगी मे लड़ने के लिए तैयार रहते हैं।
वास्तु शास्त्र एक पौराणिक विज्ञान है जो समृद्धि, खुशी के लिए सकारात्मक वातावरण बनाने में मदद करता है।
वास्तु शास्त्र एक ऐसा विज्ञान है जो लोगों की ज़िन्दगी बेहतर बनता है और ब्रह्मांडीय ऊर्जा के प्रवाह द्वारा स्थिति में सुधार और शांति लाता है।
इसके अलावा, रंग किसी भी बेडरूम के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं।
वास्तु अनुसार हर कमरे के लिए सही दिशा
वास्तु के अनुसार हर कमरे के बेड के लिए दिशा निर्देश दिए गए हैं।
मास्टर बेडरूम
मास्टर बेडरूम की दिशा घर के दक्षिण-पश्चिम कोने में होनी चाहिए।
वास्तु अनुसार बच्चों के कमरे की दिशा
बच्चों का कमरा घर के पश्चिम दिशा में होना चाहिए। पूर्व की ओर वाले कमरों का उपयोग अतिथि कमरों के रूप में किया जा सकता है।
वास्तु अनुसार स्टडी रूम की दिशा
घर के दक्षिण-पूर्व कोने को स्टडी रूम के लिए बनाना चाहिए।
बेडरूम के लिए वास्तु टिप्स
आप अपने बेडरूम में पॉजिटिविटी और सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव कर सकते हैं, अगर नीचे लिखी वास्तु टिप्स को अपनाएं
मास्टर बेडरूम की दिशा
वास्तु शास्त्र विशेषज्ञों के अनुसार, मास्टर बेडरूम को घर के दक्षिण-पश्चिम कोने में बनाया जाना चाहिए।
मास्टर बेडरूम को कभी भी उत्तर-पूर्व दिशा में नहीं बनाना चाहिए, क्योंकि यह दिशा पूजा कक्ष के लिए होती है।
ठीक इसी प्रकार दक्षिण पूर्व दिशा भी बेडरूम के लिए सही नहीं होती। यह दिशा “अग्नि” द्वारा शासित होती है, और ये जोड़ों के बीच झगड़े और गलतफहमी पैदा करता है।
बेडरूम में बेड की दिशा
बिस्तर को कभी भी दरवाजे से सीधे न लगाएं।
दक्षिण या पूर्व की दिशा में अपने सिर को रखकर सोना सबसे बेहतर होता है, ऐसा करना यह सुनिश्चित करेगा कि आपको रात में अच्छी नींद मिले और आप एक लंबा जीवन जी सकें।
चारपाई के ऊपर कोई क्रॉस-बीम नहीं होना चाहिए।
इसके अलावा, सुनिश्चित करें कि आपके बिस्तर की रूपरेखा सही है, अनियमित आकर के बिस्तरों और बेड से बचें।
अलमारी और वार्डरोब
बेडरूम में फर्नीचर की स्थिति आपको आरामदायक महसूस कराने में महत्वपूर्ण होती है।
वास्तु के अनुसार, अलमारी जैसी भारी वस्तुएं बेडरूम के दक्षिण, दक्षिण-पश्चिम या पश्चिम दिशा में होनी चाहिए।
दक्षिण की दीवार के अपोजिट दिशा में तिजोरी रखें और सुनिश्चित करें कि यह उत्तर की ओर खुलती हो। यह काफी भाग्यशाली होगा।
वार्डरोब उत्तर पश्चिम दिशा में भी रख सकते है, इन दिशाओं में सकारात्मक ऊर्जा अधिक स्वतंत्र रूप से प्रवाहित होती है।
ध्यान रखें कि अलमारी के दरवाजों पर आईने या शीशे का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि वे नकारात्मक ऊर्जा लाता है।
हालांकि, यदि आपके पास एक छोटा बेडरूम है, तो आप वहाँ आइना लगा सकते हैं ,सुनिश्चित करें कि आइना बिस्तर का सामना न कर रहा हो क्योंकि यह उस जगह सोने वाले के लिए दुर्भाग्य लाएगा।
टीवी और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स
वास्तु अनुसार ये बेहतर होगा की आप टीवी और उपकरणों को बेडरूम में न लगाएं। वे ऐसी ऊर्जा उत्पन्न करते हैं जो आपकी नींद को बाधित कर सकते हैं।
यदि आपको अपने घर में टीवी की आवश्यकता है, तो सुनिश्चित करें कि यह दक्षिण-पूर्व दिशा का सामना कर रहे हों।
मास्टर बेडरूम : क्या करें और क्या ना करें
मास्टर बेडरूम के लिए ये करें
- आपके बेडरूम का दरवाजा नब्बे डिग्री तक खुलना चाहिए, बिल्कुल तरक्की वाले अवसरों की तरह।
- सुनिश्चित करें कि कोई अजीब आवाज दरवाज़े से ना आती हो और ये आसानी से खुलता हो।
- वास्तु के अनुसार बेडरूम मे हलके गुलाबी, स्लेटी, नीले, और हरे रंगों का ही इस्तेमाल करें।
- आपके मास्टर बेडरूम मे पारिवारिक फोटो ,कोई फूल ,जो सकारात्मकता लाये उसे वहाँ लगाएं या रखें जहां हमेशा आपकी नज़र जाएं।
मास्टर बेडरूम मे ये ना करें
- शौचालय के सीध में अपना बेड ना रखें और बाथरूम का दरवाजा हमेशा बंद रखें।
- घर के बीच में बेडरूम बनाने से बचें।
- सुनिश्चित करें कि आइना बिस्तर के ठीक सीध में ना हो अन्यथा ये आपका स्वास्थ्य खराब कर सकता है।
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बच्चों के बेडरूम की डिजाइन
ऐसी मान्यता है की लोग अक्सर बच्चों के बेडरूम को नज़रअंदाज़ कर देते हैं, पर असल मे यह कमरा भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि एक बच्चे के लिए अच्छी देखभाल और पोषण।
हालांकि ये नीचे दी गई वास्तु टिप्स बच्चों के बेडरूम को वास्तु के अनुसार बनाएंगे जिससे वो अपने सपने को साकार कर सकें।
बच्चों के बेडरूम का लेआउट और फर्नीचर
बच्चों का कमरा पश्चिम की ओर होना चाहिए, जबकि दरवाजा पूर्व की ओर होना चाहिए।
इसके अलावा, बच्चे के अच्छे स्वास्थ्य और भाग्य के लिए उसके बिस्तर को कमरे के पश्चिम या दक्षिण-पश्चिम कोने में रख सकते हैं।
स्टडी डेस्क पश्चिम या दक्षिण-पश्चिम उन्मुख होना चाहिए, और बुकशेल्फ़ उत्तर-पश्चिम दिशा में होना चाहिए।
वास्तु सम्मत रंग
एक बच्चे के बेडरूम के लिए हरे, हल्के नीले, बैंगनी और पीले रंग से रेंज बेडरूम उत्तम होते हैं। चमकीले रंग बालकों के उत्थान और शारीरिक गतिविधि में संलग्न करने के लिए प्रेरित करते हैं और साथ ही अपने काम या शिक्षा पर एकाग्र होने में मदद करते हैं|
बच्चों के बेडरूम के लिए सामान
बच्चों के बेडरूम के लिए हमेशा ही लकड़ी से बने जैसे प्राकृतिक सामान का ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
हल्के रंग के फर्नीचर ही इस्तेमाल में लाने चाहिए।
धातु के फ्रेम से बने बेड और फर्नीचर से बचा जाना चाहिए क्योंकि वे नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते है और वास्तु दोष उत्पन्न कर सकते हैं।
कपल्स के लिए वास्तु टिप्स
- वास्तु के अनुसार कपल या जोड़ों के लिए बेडरूम हमेशा ही दक्षिण या दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना चाहिए, कभी भी मास्टर बेडरूम घर के बीच में नहीं होना चाहिए,ऐसा होने से रिश्ते मधुर नहीं रह पाते और टूट जाते हैं।
- हमेशा पत्नी को पति की बाई ओर सोना चाहिए इससे दोनों में अच्छा सामंजस्य रहता है और रिश्ते भी गहरे होते हैं।
- इसके अलावा ये भी ध्यान रखें कि आपके कमरे का उत्तर-पूर्व कोना अव्यवस्था से मुक्त होना चाहिए।
- यदि आप अपने बेडरूम में कोई शोपीस या मूर्ति रखना चाहते हैं, तो किसी अकेले जानवर की या किसी अकेले पक्षी रखने से बचें।
- उन्हें जोड़े में मे रखें जैसे कि कबूतर की जोड़ी, या देवी लक्ष्मी और नारायण की जोड़ी। ऐसी मूर्तियां ये कपल्स को लाभ देंगी।
अपने बेडरूम में क्या ना करें
- तस्वीर: दीवार पर मृत रिश्तेदारों की तस्वीर या चित्र को लगाना वास्तु अनुसार सही नहीं होता।
- मंदिर: कभी भी बेडरूम में नहीं होना चाहिए।
- टूटी हुई वस्तुएं: टूटी हुई या चिपकी हुई कोई भी चीज बेडरूम से हटा दें।
- लोहे के बेड: लकड़ी के बिस्तर सबसे अच्छे और सुरक्षित होते हैं, लोहे के बेड या खाट ,पलंग से हमेशा ही बचना चाहिए।
- ओवरहेड बीम: ओवरहेड बीम या बेड के ऊपर गोल छत के नीचे सोने से बचें।
अपने घर में सकारात्मक ऊर्जा का स्वागत करें, विशेषज्ञों से बात करें!
सामान्य प्रश्न (FAQs)
वास्तु के अनुसार, बेडरूम के लिए कौन से रंग रंग सबसे अच्छे होते हैं?
वास्तु अनुसार बेडरूम के लिए ऑफ-व्हाइट, बेबी पिंक या क्रीम कलर अच्छे होते हैं , डार्क रंगों से बचें। इसके आलावा अपने बेडरूम को सदा व्यवस्थित और साफ़ सुथरा रखें।
वास्तु के अनुसार, सर्वश्रेष्ठ सोने की दिशा कौन सी है?
एक व्यक्ति को एकजुटता को बढ़ावा देने के लिए दो अलग-अलग गद्दों के बजाय एक ही गद्दे पर सोना चाहिए। इस आर्टिकल में सोने की दिशा के बारे में व्यापक जानकारी दी गयी है। हालांकि, दक्षिण या पूर्व दिशा में सिर रखकर सोना अच्छा माना जाता है।
वास्तु अनुसार बेड की दिशा क्या हो?
वास्तु के अनुसार सोते वक़्त आपका सर पूर्व या दक्षिण की ओर होना चाहिए।
यकीन मानिए अगर आप घर और बेडरूम के लिए वास्तु अनुसार लाइटिंग और आईने लगाएंगे तो आपके जीवन में वास्तु सम्बंधित कोई परेशानी नहीं आएगी।
हालांकि, बेडरूम के सुझावों के लिए इन वास्तु शास्त्र के नियमों को ध्यान में रखते हुए, परिवार के सदस्यों के बीच सामंजस्यपूर्ण संबंध को बढ़ावा देने की दिशा में एक लंबा रास्ता तय किया जा सकता है।