बदलते दौर में नई और पुराने लोगों के बीच दूरियां लगातार बढ़ती जा रही है। रिश्तों में बंधी आपसी डोर लगातार कमजोर होती जा रही है। क्या हम इसे सिर्फ ग्रहों का खेल मान सकते हैं या इसे अपने कर्मों से जोड़कर देख सकते हैं? क्या इस स्थिति के लिए सिर्फ प्रोफेशनल मजबूरियां या रोजमर्रा के तनाव का बहाना बनाया जा सकता है? जवाब है नहीं, क्योंकि व्यावहारिक मजबूरियां और रोजमर्रा का तनाव दुनिया के हर आदमी को होता है। फिर भी कोई रिश्ता देर तक टिक क्यों नहीं पाता है। एस्ट्रोलॉजी इसमें हमारी हेल्प करता है। एस्ट्रोलॉजी की मदद से हम मेष और कन्या राशि की जोड़ी को गहराई से जानने की कोशिश करेंगे। दो अलग-अलग राशियां, जिनके स्वामी भी अलग-अलग हैं, एक-दूसरे के साथ कैसा रिश्ता निभाएंगे। मेष के स्वामी मंगल और कन्या के स्वामी बुध हैं। ज्योतिष के हिसाब से वे एक-दूसरे के मित्र नहीं है, इसलिए मेष और कन्या की जोड़ी कैसी होगी? जानिए
मेष राशि और कन्या अनुकूलता
मेष राशि
कन्या
मेष – कन्या राशि की जोड़ी के बीच प्रेम
मेष – कन्या में कई गुण अलग होते हैं, लेकिन फिर भी वे एक-दूसरे के साथ संबंध बनाने और निभाने में कामयाब हो सकते हैं।
- मेष और कन्या के लोग एक-दूसरे से हमेशा कुछ ना कुछ सीखते रहते हैं। मेष और कन्या राशि की जोड़ी को खुद की सीरियसनेस से बाहर निकालकर उन्हें फन लविंग बना सकते हैं।
- मेष राशि के लोग रिश्ते में इमानदार होते हैं और उन्हें इमानदार लोग पसंद है। कन्या राशि के लोग अपनी इमानदारी के लिए ही जाने जाते हैं।
- मेष और कन्या राशि की जोड़ी का रिश्ता तब और मजबूत होता है, जब वे दोनों कुछ नई चीज को करने के लिए तैयार रहते हैं।
- जब मेष और कन्या एक रिश्ते में होते हैं, तो वे एक-दूसरे से बहुत कुछ सीख सकते हैं। मेष राशि कन्या राशि वालों को थोड़ा मजा लेने और जीवन को हल्के में लेना सिखा सकती है, जबकि कन्या मेष राशि के जातकों को लक्ष्य के लिए काम करने और उसे हासिल करने की सीख दे सकते हैं।
- मेष राशि वाले मजेदार, उत्साही और रोमांचक होते हैं। इस प्रकार, वे कन्या के जीवन में कई परिवर्तन ला सकते हैं जो बहुत संवेदनशील है और जीवन को गंभीरता से लेते हैं।
- इसके अलावा, मेष राशि स्वतंत्र होने के बावजूद, उस भरोसे और वफादारी का आनंद लेती है जो कन्या राशि दे सकती है। यह उनके रिश्ते में बेहतरीन तालमेल की संभावना को दर्शाता है।
- मेष और कन्या संबंध तब काम करेगा जब दोनों अपने दिमाग को थोड़ा खोलेंगे और नई चीजों को तैयार करने की कोशिश करेंगे।
मेष और कन्या राशि की जोड़ी के बीच प्रेम
मेष – कन्या राशियों का संयोजन थोड़ा कठिन हो सकता है तथा इसके अपने लाभ और हानि हो सकते हैं।
- मेष रिश्ते का नेतृत्व करना चाहते हैं और कन्या को इससे कोई परेशानी नहीं होती है, इसलिए कुछ स्तर पर मेष और कन्या राशि की जोड़ी बनना कोई ज्यादा नुकसान नहीं होता है।
- मेष और कन्या का स्वभाव एक-दूसरे से बहुत हद तक विपरित है और विपरित चीजें आपस में अट्रेक्ट होती है, इसलिए मेष और कन्या राशि की जोड़ी कुछ अच्छी ही रहेगी।
- मेष राशि के लोग रिश्ते में लॉयल होते हैं और कन्या को उनका यह गुण काफी पसंद होता है।
- कन्या राशि के लोगों को मेष के साथ टीम में काम करना अच्छा लगता है।
मेष – कन्या राशि की जोड़ी के नुकसान
मेष और कन्या दोनों ही ईमानदार होते हैं, और उनके बीच आकर्षण भी होता है, लेकिन रिश्ते की स्थिरता अनिश्चित है।
- मेष राशि के लोगों को आलोचना पसंद नहीं होती, जबकि कन्या हर चीजों में कमी निकाल सकते हैं। जब कन्या राशि के लोग कमी निकालते हैं, तो मेष और कन्या की जोड़ी में कई बार दिक्कत आ जाती है।
- मेष एनर्जेटिक हैं और कुछ ना कुछ नया करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं, जबकि कन्या को बनाई योजनाओं में बदलाव पसंद नहीं आता है।
- मेष राशि के लोग किसी भी गलती को जल्दी भूल जाते हैं, लेकिन कन्या जातक इन्हें याद रखते हैं, जो इनके रिश्ते में तनाव पैदा करता है।
- यदि किसी बात को लेकर असहमत रहते हैं, तो सार्वजनिक तौर पर भी विवाद करने से चुकते नहीं है।
- सरे की गलतियों को भूलने और माफ करने के लिए अनुकूल नहीं है। यदि वे एक दूसरे को माफ करना और चीजों को लेकर समझौता करना सीख लेते हैं तो उनके बीच चीजें बहुत सहज हो सकती हैं।
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मेष – कन्या राशि का विवाह
जीवन का सबसे बड़ा फैसला होता है अपने लिए जीवन साथी का चयन करना, क्योंकि इस चुनाव पर आपका आगामी भविष्य निर्भर करता है। यहां हम यह जानने का प्रयास करते हैं कि मेष – कन्या राशि के बीच विवाह के लिए कितनी अनुकूल राशियां है।
- मेष – कन्या को अपने वैवाहिक जीवन को सफल बनाने के लिए एक-दूसरे के स्वभाव को समझना होगा। मेष को कठोर होने की जगह कुछ लचीला होना होगा।
- मेष और कन्या राशि अपने लड़ाकू स्वभाव को नियंत्रित करते हैं और एक-दूसरे के फैसलों का समर्थन करते हैं, तो उनका यह रिश्ता बेहद मजबूत हो सकता है।
- हालांकि दोनों ही रिश्तों को लेकर वफादार होते हैं, जो उनके वैवाहिक गठबंधन को और मजबूत बनाता है।
कभी-कभी मेष – कन्या कपल के तौर पर अधिक सफल दिखाई नहीं देते हैं, क्योंकि उन दोनों में काफी अंतर है, इसलिए एक-दूसरे के विचारों का सम्मान करके की वे मतभेद और मनभेद से दूर रह सकते हैं।
मेष – कन्या राशि की सेक्सुअल अनुकूलता
मेष और कन्या दोनों ही विपरीत स्वभाव की राशियां है, तत्व आधार की बात करें, तो जहां मेष अग्नि तत्व राशि है वहीं कन्या पृथ्वी तत्व की राशि है। अब हम मेष-कन्या की सेक्सुअल अनुकूलता के बारे में बात करेंगे। मेष और कन्या राशि की जोड़ी का यह तथ्य मजेदार हो सकता है।
- मेष जातक एनर्जेटिक और करिजमेटिक होते हैं, वहीं कन्या थोड़े रिजर्व्ड होते हैं, लेकिन इंटीमेसी के दौरान कन्या के लोग खुलकर सामने आते हैं। मेष राशि के यह पसंद है।
- मेष और कन्या को किसी भी तरह की इंटीमेसी से पहले यदि एक-दूसरे से इमोशनली कनेक्ट होते हैं, तो उनके बीच काफी अच्छी इंटीमेसी रह सकती है।
- मेष – कन्या की सेक्सुअल कंपेटेबिलिटी के लिए सबसे बुरा यह हो सकता है कि वे मेष, कन्या जातकों पर हावी होने का प्रयास करें। मेष जातक यदि ऐसा करते हैं, तो उनके सेक्सुअल रिलेशन में विवाद की संभावना को बल मिलता है।
मेष जातकों को कन्या जातक बेहद ठंडे और असंवेदनशील लग सकते हैं, लेकिन अगर वे कन्या जातकों को पर्याप्त स्थान दें और उन्हें खुद पर भरोसा करना सिखाएं तो दोनों की जोड़ी बेहद अच्छी बन सकती है। यदि वे दोनों एक-दूसरे के लिए कुछ करने का निर्णय करते हैं और उसे पूरा करने का प्रयास करते हैं, तो उनके बीच अनुकूलता का एक औसत स्तर देखने को मिल सकता है।