मिथुन राशि अनुकूलता
राशिक्रम में तीसरे नंबर की राशि मिथुन एक वायु तत्व की राशि है। मिथुन का राशि चिह्न दो जुड़वा हैं, जो उनके स्वभाव के द्वंद को दर्शाने का काम करता है। चीजों का प्रबंधन करने में मिथुन का कोई मुकाबला नहीं। वे महत्वाकांशी, जिज्ञासु, बुद्धिमान और चतुर होते हैं। उन्हें चालाकी भरे काम करने में भी मजा आता है। वे अपने पार्टनर और अपने मित्रों के साथ बेहतर संबंध रखते हैं। बुध द्वारा शासित होने के कारण मिथुन राशि के लोग अपनी प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ में बेहतर तरीके से तालमेल बैठाने की संभावना रखते हैं। फिलहाल हम मिथुन के साथ अन्य राशियों के संबंधों को जानने का प्रयास करेंगे।
अन्य राशियों के साथ मिथुन के संबंध
मिथुन के स्वामी बुध हैं, जो कम्युनिकेशन और बुद्धि के स्वामी है। अपने स्वामी के प्रभाव के कारण मिथुन राशि के लोग बुद्धिमान होने के साथ ही बेहतरीन कम्युनिकेटर होते हैं। अन्य राशियों की अपेक्षा उन्हें अधिक बहुमुखी माना जाता है, उनके विचार खुले और रचनात्मक होते हैं। क्या वे अपने इन विस्तृत गुणों के साथ अन्य राशियों के साथ तालमेल बना पाते हैं। यही जानने के लिए हमने राशि तत्व के आधार पर मिथुन को अन्य राशियों के साथ मापने का काम किया। आइए जानते हैं मिथुन के अन्य किन राशियों के साथ संबंध अच्छे रहते हैं और किनके साथ नहीं।
वायु तत्व मिथुन और अग्नि तत्व मेष जीवन की सभी समस्याओं को चुनौती देने की क्षमता रखते हैं। जहां मिथुन राशि के लोग साहसी होते हैं, वहीं मेष राशि के लोगों में रिश्तों को लेकर उत्साह और प्रयोग करने की जबरदस्त क्षमता होती है। अपने राशि स्वामी ग्रहों के कारण भी मिथुन – मेष के संबंध अनुकूल होते हैं। वैदिक ज्योतिष में मंगल और बुध को मित्र ग्रह माना जाता है, जो उनके रिश्तों को मजबूत आधार देने का काम करता है। कंपेटिबिलिटी मीटर पर मिथुन-मेष की जोड़ी एवरेज से हाई नजर आती है।
मिथुन और सिंह राशि के लोगों में शानदार रिश्ता देखने को मिलता है। सिंह के साथ मिथुन राशि के लोगों को अधिक सहज और सुरक्षित महसूस करते हैं। मिथुन और सिंह के संबंधों को अग्नि और वायु के संबंधों से अच्छे से परिभाषित किया जा सकता है। इनके संबंध लंबे समय के लिए होते हैं और वे एक-दूसरे का आजीवन साथ निभाते हैं। कई बार सिंह राशि के लोग मिथुन को जीवंत बनाने का काम करते हैं, वहीं मिथुन सिंह को धैर्यवान होना सिखा सकते हैं।
अन्य अग्नि तत्व राशियों की तरह धनु भी मिथुन के साथ पूरी तरह फिट नजर आते हैं। मिथुन और धनु की जोड़ी कई मायनों में एक-दूसरे के अनुकूल नजर आती है। वे दोनों हर समय अपने साथी का हाथों में डालें एक-दूसरे के साथ अधिक से अधिक समय साथ बिताना चाहते हैं। एक रिश्ते में आने के बाद वे एक-दूसरे का समर्थन करने साथ उनकी देखभाल की भी जिम्मेदारी उठाते हैं। मिथुन और धनु के राशि स्वामी गुरु और बुध भी आपस में अच्छे प्रभाव के लिए जाने जाते हैं। गुरु और बुध का प्रभाव भी मिथुन और धनु को जोड़ी को बेहतर बनाने का काम करता है।
मिथुन और वृषभ आकाशीय पड़ोसी है, जहां वृषभ राशिक्रम की दूसरी राशि है, वहीं मिथुन का नंबर तीसरा है। राशि तत्व और राशि स्वामी के आधार पर वृषभ और मिथुन के संबंध अनुकूल दिखाई नहीं देते हैं। अपने गुण, आचार और विचार के अनुसार वृषभ और मिथुन में कई बार इगो क्लेश भी देखने को मिलते हैं। मिथुन और वृषभ के बीच की तालमेल की भी कमी देखाई देती है। उन्हें अपने आपसी विवाद सुलझाने में भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। कुल मिलकार कहा जा सकता है कि मिथुन और वृषभ एक साथ अनुकूलता के पैमाने पर खरे नहीं नहीं उतरते।
वायु तत्व मिथुन और पृथ्वी तत्व कन्या के रिश्तों में वह गर्माहट नहीं देखने को मिलती जो किसी आइडियल जोड़ी के संबंधों में होनी चाहिए। वैसे तो मिथुन और कन्या क्रिएटिविटी, मजबूत विचार और आकर्षण जैसी कई चीजें शेयर करते है, लेकिन इसके बावजूद वे दोनों अलग अलग उद्देश्य रखते हैं। मिथुन और कन्या दोनों ही राशियों के स्वामी बुध है, जो उनके बीच बेहतरीन कम्युनिकेशन डवलप करने की क्षमता रखते हैं। यह भी उनके दृष्टिकोण को बदलने में सक्षम नहीं है। मिथुन का नई चीजों के प्रति प्रेम और कन्या का ट्रेडिशन व्यू एक साथ बेहतर जोड़ी बनाने में सक्षम नहीं है।
मिथुन और मकर की अनुकूलता सामान्य नजर आती है, उनके बीच आपसी समझ की कमी दिखाई देती है। मिथुन और मकर के रिश्ते में सबसे बड़ी परेशानी उनके बदलते दृष्टिकोण हो सकते हैं। हालांकि उनके लक्ष्य एक ही होते हैं, लेकिन उनके बीच पैदा हुई गलतफहमी उन्हें अपने रिश्ते को अनुकूल बनाने से रोकने का काम करती है। मिथुन और मकर के स्वामी क्रमशः बुध और शनि हैं, जो उन्हे अपने जीवन में बेवजह के जोखिम उठाने के लिए प्रेरित करेंगे।
मिथुन और मिथुन की जोड़ी दो जुड़वां दिमागों का मिलन हो सकता है। मिथुन के राशि चिह्न का मतलब कई व्यक्तित्व से होता है, किसी रिश्ते में साथ आने पर मिथुन – मिथुन की जोड़ी के अच्छा करने की संभावना होती है। मिथुन में गजब की कम्युनिकेशन क्षमताएं होती है, जब वे एक-दूसरे के साथ होते है तो वे किसी भी कठिन समय का सामना अधिक आसानी से कर सकते हैं। उनमें एक-दूसरे के साथ चीजों को डिस्कस करने की आदत होती है। इससे उनका रिश्ता भी मजबूत होता है। मिथुन – मिथुन अपने राशि स्वामी बुध की हेल्प से बेहतरीन इमोशनल बाॅन्डिंग बनाने का काम करते हैं।
मिथुन और तुला दो वायु तत्व राशियों का मजबूत गठबंधन होता है। दो वायु तत्व राशियों का मिलन इस बात का गवाह है कि उनके रिश्ते में ट्रस्ट मौजूद होगा। मिथुन राशि के लोग कई बार अपने जीवन में कई इंपोर्टेंट चीजों को छोड़ सकते हैं, लेकिन तुला उन्हे अपने जीवन को पूरी तरह जीना सीखते हैं। वहीं मिथुन के लिए तुला के बैलेंस्ड नेचर के साथ तालमेल बिठाना बहुत आसान होता है। मिथुन – तुला की जोड़ी पर शुक्र की विशेष कृपा होती है, जिससे उनके बीच प्रेम और साझेदारी का उच्च लेवल देखा जा सकता है।
मिथुन और कुंभ के संबंधों में कुछ परेशानियां देखने को मिलती है। इन दोनों ही राशियों के लोगों में रोमांस और अंतरंगता का अच्छा लेवल देखने को मिलता है। हालांकि मिथुन और कुंभ के संबंधों को मैच्योर होने में कुछ समय जरूर लग सकता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वे एक दूसरे के अनुकूल नहीं है। अपने राशि स्वामी बुध और शनि के मिलन से भी मिथुन और कुंभ को अपने संबंधों को बेहतर बनाने का मौका मिलता है। मिथुन और कुंभ की जोड़ी कई मायनों में एक-दूसरे के साथ अच्छे संबंध बनाने की क्षमता रखती है। कंपेटेबिलिटी के लेवल पर मिथुन – कुंभ के संबंध अच्छे नजर आते हैं।
मिथुन और कर्क की अनुकूलता का आकलन करना एक दिलचस्प काम होता है। वे दोनों विपरीत राशि तत्व के साथ विपरीत स्वभाव के लोग हैं। जहां मिथुन वायु तत्व की राशि है, वहीं कर्क जल तत्व से संबंध रखती है। पारंपरिक तौर पर मिथुन और कर्क की जोड़ी को अधिक अनुकूल नहीं माना जाता, लेकिन यदि जन्मकुंडली में ये दोनों राशियां समान ग्रह साझा करती हैं तो उनके रिश्ते बेहतरीन हो सकते हैं। मिथुन और कर्क के रिश्ते में सबसे बड़ी परेशानी यह है कि मिथुन एक स्वतंत्र सोच वाले प्राणी होते हैं वहीं कर्क को रिश्ते में सुरक्षा और स्टेबिलिटी की तलाश होती है। जिससे उनके रिश्तों में तनाव पैदा होने की संभावना है। दूसरी ओर मिथुन और कर्क के राशि स्वामी भी एक दूसरे का सपोर्ट नहीं करते हैं। इससे भी उनके रिश्तों अनिश्चितता के बढ़ने की संभावना होती है।
मिथुन और वश्चिक के संबंध थोड़े मुश्किल हो सकते हैं, क्योंकि मिथुन अपने जीवन को उत्साह और उल्लास के साथ जीना चाहते हैं, वहीं वृश्चिक राशि के लोग रहस्यात्मक और तेज होते हैं। हालांकि किसी रिश्ते की शुरुआत से पहले मिथुन और वृश्चिक में एक दूसरे के लिए बेहद मजबूत आकर्षण देखने को मिलता है। यह आकर्षण एक-दूसरे के विपरीत स्वभाव के कारण कुछ समय में ही फीका पड़ने लगता है। मिथुन सामाजिक लोग होते हैं, उन्हें लोगों से मिलना और नए दोस्त बनाना पसंद होता है, वहीं वृश्चिक – मिथुन के इस बिहेवियर से ईर्ष्या महसूस कर सकते हैं। अनुकूलता के पैमाने पर मिथुन और वृश्चिक के रिश्ते अधिक अनुकूल दिखाई नहीं देते हैं, लेकिन त्याग और प्रयास के माध्यम से वे इसे अनुकूल बनाने की संभावना जरूर रखते हैं।
मिथुन और मीन का लचीलापन उनके रिश्ते को मजबूत बनाने का काम करता है। उनमें बीच रिश्ते मजबूत और सामंजस्यपूर्ण होते हैं, वे दोनों एक दूसरे के साथ अच्छे से तालमेल भी बना पाते हैं। आपको मिथुन और मीन के रिश्ते में बहुत सारा प्यार देखने को मिलता है। वे दोनों ही ग्रह अपने राशि स्वामी की मित्रता का भी लाभ प्राप्त करते हैं। बुध और गुरु का आशीर्वाद उन्हें अपने रिश्ते को शुरू करने और उसका विस्तार करने में सक्षम बनाता है। मिथुन और मीन अपने विश्वास और आपसी समझ के साथ एक अद्भुत जोड़ी का निर्माण करते हैं। मिथुन और मीन की जोड़ी अनुकूलता के कई पैमानों पर अनुकूल होने की संभावना रखती है।
मिथुन के लिए बेस्ट मैच – मेष, सिंह, तुला और कुंभ
मिथुन राशि के लोग कभी नई चीजों को ट्राय करने से पीछे नहीं हटते। वे सदैव नए दोस्त बनाना चाहते हैं और लगातार उनके संपर्क में रहना चाहते हैं। यदि यह मेष और सिंह के साथ मिथुन की अनुकूलता की बात करें, तो इन दोनों ही अग्नि तत्व राशियों के साथ मिथुन के संबंध सुहाने और कारगर हो सकते हैं। इसी के साथ जरूरत पड़ने पर वे एक-दूसरे से जरूरी समर्थन की उम्मीद कर सकते हैं। मेष और सिंह के बाद मिथुन राशि के लिए सबसे अनुकूल राशियों में वायु तत्व तुला और कुंभ भी शामिल हैं। तुला और कुंभ के साथ रिश्तों के दौरान मिथुन को अधिक प्रयास नहीं करने पड़ते हैं। मिथुन, तुला और कुंभ राशियों के साथ कई समान गुण साझा करते हैं। इसी के साथ इन राशियों के साझा हित भी एक दूसरे के लिए अनुकूल बनाने का काम करते हैं।
मिथुन राशि के लिए कम अनुकूल राशियां
मिथुन के लिए प्रतिकूल राशियां – कन्या और मीन
मिथुन राशि के साथ कम मैच करने वाली राशियों में पहली राशि कन्या है। कन्या राशि के लोग अपने साथी में अपने समान गुण खोजने का प्रयास करते हैं, और ऐसा नहीं होने पर कन्या अपने साथ को बदलने का प्रयास करते हैं। लेकिन मिथुन के केस में वे ऐसा नहीं कर सकते, क्योंकि मिथुन को अपनी स्वतंत्रता से बेहद प्यार होता है और वे इसे किसी भी कीमत पर कायम भी रखते हैं। कन्या के अलावा मीन राशि के साथ भी मिथुन के बेहतर संबंधों की उम्मीद नहीं की जा सकती, क्योंकि वे दोनों ही विपरीत गुण दोष वाले लोग हैं। मिथुन को राशिचक्र का प्रबंधक भी माना जाता है, लेकिन मीन चंचल और लापरवाह होते हैं। इसी के साथ मिथुन और मीन का रिश्ता विश्वास और अस्थिरता जैसी कई समस्याओं के जूझ सकता है। मीन के साथ मिथुन की जोड़ी एक छोटे समय के लिए तो कारगर हो सकती है, लेकिन लाॅन्ग रन में मिथुन और मीन को एक कर पाना थोड़ा मुश्किल हो सकता है।
मिथुन मित्रता संगतता: अपने दोस्तों और दुश्मनों में अंतर करना सीखें
किसी भी व्यक्ति के जीवन में दोस्त एक ऐसा पार्टनर होता है, जो आपके नजरिए से दुनिया को समझ सकता है। फिर चाहे कंडीशन कोई भी हो, वह एक दोस्त आपके हर अच्छे बुरे समय में आपका साथ देता है। मिथुन राशि के लिए ऐसे दोस्त मेष और सिंह हो सकते हैं। इन राशि के लोगों के साथ आपके संबंध अधिक कारगर और समर्पण वाले होते हैं। मेष और सिंह के अग्नि गुणों में वायु तत्व मिथुन के साथ मिलकर काम करने की अद्भुत क्षमता होती है। दोस्ती के लिहाज से मिथुन के साथ मेष और सिंह अन्य राशियों की अपेक्षा अधिक अनुकूल नजर आती है। वहीं इसके विपरीत कन्या और मीन के साथ मिथुन दोस्ती अधिक कारगर नहीं रह सकती, कन्या और के विपरीत गुणों के कारण मिथुन को उनके साथ तालमेल बनाने में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
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मिथुन प्रेम अनुकूलता – अपने प्यार की अनुकूलता जांचे
प्रेम का संबंध आपकी पसंद या नपसंद से नहीं होता, प्रेम व पवित्र बंधन है जो आपके भावनाओं से जन्म लेता है। आज प्रेम के मायने काफी बदल चुके हैं, प्यार के लिए जरूरी अंदरूरी सुंदरता की जगह बाहरी आवरण ने ले ली हैं। एक प्रेम रिश्ते की सफलता उनकी उनके आपसी तालमेल और लक्ष्यों का एक होना भी होता है। प्रेम संबंधों की बात करें तो मिथुन के लिए अनुकूल राशियों में मेष, सिंह और तुला का स्थान सबसे ऊपर है। क्योंकि इन राशि के लोगों में वे सभी जरूरी गुण पाए जाते हैं, जो मिथुन के लिए अनुकूल होते हैं। मिथुन राशि के भावनात्मक और बौद्धिक स्तर पर भी ये राशियां उसे समर्थन करने की संभावना रखती हैं। वहीं मिथुन की लव लाइफ के लिए कन्या और मीन राशि को प्रतिकूल माना गया है। इन राशियों के लोगों के साथ मिथुन के सामान्य रिश्ते भी जटिल हो सकते हैं, तब आप एक बेहतर प्रेम संबंधों की तो कल्पना भी नहीं कर सकते।
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वृषभ वैवाहिक अनुकूलता -शादी के लिए सबसे बेहतरीन साथी चुनें
मिथुन के मूल गुणों में इमोशन, ट्रस्ट और केयर शामिल है। इन गुणों के कारण मिथुन को प्रेम और विवाह के लिए कुछ सबसे अनुकूल राशियों में गिना जाता है। लेकिन मिथुन के साथ विवाह बंधंन में अनुकूल रहने वाली राशियों की बात करें तो मेष के साथ मिथुन के रिश्ते अनुकूल और दीर्घकालिक नजर आते हैं। इसी के साथ तुला और कुंभ राशियों की बौद्धिक उन्हें मिथुन के साथ एक अच्छा वैवाहिक जीवन जीने के योग्य बनाती है। वहीं वैवाहिक अनुकूलता के पैमान पर कन्या और मीन राशि मिथुन के लिए सबसे प्रतिकूल राशियों में से एक हो सकती हैं। कन्या और मीन के साथ मिथुन को वैचारिक मतभेदों का भी सामना करना पड़ सकता है।
जानिए मिथुन राशि के रहस्यमयी रोमांस के बारे में…
निष्कर्ष
किसी के साथ कोई रिश्ता बनाना और उसे लंबे समय तक जीवित रखना एक जटिल काम है। रिश्तें में प्यार के साथ तालमेल और वैवाहिक समानताओं का होना भी बेहद जरूरी होता है। यदि आप अपने जीवन में किसी रिश्ते की शुरूआत करना चाहते हैं और उसे लंबे समय तक कारगर बनाए रखना चाहते हैं तो आपको अपनी राशि के अनुसार सबसे बेस्ट साथी का चयन करना चाहिए। इससे आपको अपने रिश्ते को अधिक मजबूत बनाने में तो मदद मिलेगी ही और साथ ही आप जीवन में आने वाली छोटी मोटी परेशानियों से भी खुद को बचा पाएंगे। खासकर यह मिथुन राशि के लोगों के लिए अधिक उपयोगी हो सकता है, क्योंकि आपका इमोशनल नेचर आपको कई बार रिजेक्शन या संबंधों में आई परेशानियों के कारण परेशान कर सकता है।