वेदों के 6 महत्वपूर्ण अंगों में से एक ज्योतिष वैदिक कालीन विद्या है, जिसमें ग्रहों की चाल और प्रभाव से मनुष्य के भविष्यफल का आकलन किया जा सकता है। वैदिक ज्योतिष में बुध, शुक्र, मंगल, गुरु, शनि, सूर्य, चंद्रमा, और राहु-केतु को भी शामिल किया गया है। ये सभी नवग्रह गोचर करते हुए हर राशि में एक निश्चित समय बिताते हैं, और इन्हीं के प्रभाव के विश्लेषण से प्रत्येक कुंडली में राशिफल की गणना की जाती है। ज्योतिष में जन्म कुंडली को बेहद महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। इसी के आधार पर ज्योतिषी किसी को भविष्य की संभावनाओं से अवगत करवाते हैं। वर्तमान दौर में वैदिक ज्योतिष विवाह, प्रेम और सेक्सुअल रिलेशन की अनुकूलता जानने का एकमात्र सर्वमान्य विकल्प है। फिलहाल हम वृश्चिक और मीन राशि के बीच अनुकूलता जानने का प्रयास करेंगे।
ग्रआपके जीवनसाथी के साथ आपकी अनुकूलता जांची या नहीं अपनी साथी के साथ अनुकूलता जांचे……