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कन्या राशि और कर्क राशि अनुकूलता

एस्ट्रोलॉजी दो लोगों के रिश्ते में सहानुभूति, करूणा, दया और इमोशनल कंपेटेबिलिटी को मापने का एक पैमाना हो सकता है। दो लोगों के बीच लव, मैरिज और सेक्सुअल रिलेशनशिप की अनुकूलता का अंदाजा लगाने की दिशा में एस्ट्रोलॉजी ने हमेशा ही अपनी उपयोगिता सिद्ध की है। आज भी किसी रिलेशनशिप के भविष्य को लेकर कोई अनिश्चित रहता है, तो ज्योतिष के जरिए इस समस्या का समाधान किया जा सकता है। देखते हैं कन्या और कर्क के बीच कंपेटेबिलिटी का स्तर कैसा होगा-

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कन्या

24 अगस्त – 22 सितंबर

कर्क

22 जून – 22 जुलाई
कन्या राशि विशेषता
कर्क राशि विशेषता
व्यवस्थित
एनालिटिकल
अर्थपूर्ण
शांत
सीरियस
दृढ़
बेहद कल्पनाशील
लॉयल
ऑनेस्ट
ईमानदार

कन्या और कर्क लव कंपेटेबिलिटी

कन्या राशि वालों के लिए लव एक जरूरत है, वेे हर समय अपने पार्टनर से इस बात का आश्वासन चाहते हैं कि वे उनसे प्रेम करते रहें। वेे बहुत धैर्यवान होते हैं और अपने साथी से काफी अटैच होते हैं। वे ऐसी रिलेशनशिप एक्सेप्ट करते हैं, जिनमें उन्हें सीरयसनेस औऱ स्टेबिलिटी नजर आए। ये जरूरत के अनुसार अपने पार्टनर का चयन करते हैं और काफी डिवोटेड और ऑनेस्ट लवर होते हैं।

  • कन्या और कर्क के बीच की लव कंपेटेबिलिटी कमिटमेंट औऱ अंडरस्टैंडिंग पर आधारित होती है, इससे उनकी रिलेशनशिप में बैलेंस बना रहता है।
  • कन्या और कर्क के लव अफेयर बेहतर ढंग से काम कर सकते हैं, क्योंकि दोनों राशियों की प्रकृति आशावादी और रिश्तों को बनाए रखने की होती है।
  • कर्क जातक आमतौर पर क्रिएटिव, कफंर्टेबल और त्याग करने वाले होते हैं, जबकि कन्या जातक सीरियस, कॉन्फिडेंट और अधिकार जमाने वाले होते हैं।
  • कन्या और कर्क के लव अफेयर में कर्क का साथ कन्या जातक को खुद पर विश्वास करना सिखाता है। वहीं कन्या के साथ से कर्क अपनी लाइफ औऱ उसके टेंशन को अधिक प्रैक्टिकल पर्सपेक्टिव से सॉल्व कर पाते हैं।
  • दोनों राशियों के पास एक-दूसरे के अनुसार ढलने की क्षमता होती है, समय के साथ दोनों के बीच बेहतर को-ऑर्डिनेशन और डेडिकेशन देखने को मिलता है।

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कन्या और कर्क संबंध के फायदे

कन्या और कर्क क्रमशः अर्थ और वाटर एलिमेंट के साइन हैं। इसमें कोई संदेह नहीं कि इन राशियों का नेचर काफी डिफरेंट होता है । इनके रिश्ते में कुछ अनुकूलता भी देखने को मिलती है। देखते हैं इनके रिश्तों के फायदे-

  • कन्या जातक हमेशा कर्क जातकों के सेंस ऑफ ह्यूमर की सराहना करते हैं, क्योंकि कर्क कई बार फनी होते हैं और मजाक करना उन्हें पसंद आता है। कन्या को यह बात पसंद होती है।
  • चाहे वे भाई-बहन हों, दोस्त हों, सहकर्मी या रिश्तेदार ही क्यों ना हों, कन्या और कर्क के बीच खुशहाल और नॉर्मल रिलेशनशिप होता है। अक्सर दोनों रिलेशनशिप को मजबूत करने के लिए प्रयासरत होते हैं।
  • कन्या और कर्क जातक एक-दूसरे का सम्मान करते हैं और साथ मिलकर सार्थक कार्य करते हैं। इससे उनके बीच स्नेह और प्रेम बढ़ता है।
  • कन्या और कर्क कुछ मामलों में अनुकूल हो सकते हैं, क्योंकि दोनों को घर पर रहना पसंद होता है। जब वे दोनों साथ में ज्यादा टाइम स्पेंड करते हैं, तो उनका रिश्ता बेहद स्ट्रॉन्ग हो जाता है।
  • कर्क किसी भी रिलेशनशिप में वफादारी और ईमानदारी की चाहत रखते हैं, कन्या में कर्क के सभी पैमानों पर खरा उतरने की संभावना होती है।

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कन्या और कर्क संबंध के नुकसान

कन्या और कर्क राशि जातकों की रिलेशनशिप में कंपेटेबिलिटी के साथ ही प्रतिकूल प्रभाव भी देखने को मिलते हैं। दोनों ही भावनात्मक रूप से संवेदनशील राशियां हैं। दोनों के मजबूत रिलेशन में कई तरह की परेशानियां भी हैं-

  • कन्या राशि को परफेक्शनिस्ट राशि के रूप में जाना जाता है, लेकिन जब चीजें विपरीत होने लगती है, तो वे बहुत अधिक क्रिटिकल हो जाते हैं।
  • कर्क जातक बेहद सेंसेटिव होते हैं और कई बार वे अपने अहंकार को कंट्रोल करने में असफल होते हैं, जिससे रिश्ते में टेंशन बढ़ने की आशंका रहती है।
  • कन्या और कर्क दोनों स्वभाव से जिद्दी होते हैं। एक बार तय कर लिया तो कोई इन्हें डिगा नहीं सकता। ऐसे में कई बार रिलेशनशिप में गलतफहमियां भी उत्पन्न हो जाती है।
  • कन्या और कर्क के मेल को ब्रेन और हर्ट का रिलेशनल कहा जा सकता है। इनके साथ आने पर दोनों ही तरह के परिणामों की आशंका है, या तो वे एक सक्सेसफुल कपल की तरह लाइफ स्पेंड कर सकते हैं या विवादों में उलझकर अपना रिश्ता खत्म कर सकते हैं।

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कन्या और कर्क मैरिज कंपेटेबिलिटी

ऐसी जोड़ी विरले ही होती है, जो लंबे समय तक चलती है और सुखी जीवन जीती है। कर्क और कन्या ऐसी ही एक जोड़ी है। कर्क जातक बहुत इमोशनल और कॉन्फिडेंट होते हैं, वहीं कन्या जातक हमेशा उन्हें सेफ्टी और स्नेह देने का प्रयास करते हैं। जब कन्या जातक अपने इमोशंस को एक्सप्रेस करने और कर्क उनके बदलते मूड को कंट्रोल करने में सक्षम नहीं होते हैं, तो दोनों के बीच बहस की संभावना हो सकती है।

    • कन्या और कर्क दोनों की प्रकृति ही ऐसी है कि रिलेशनशिप में दोनों ज्यादा टाइम देते हैं। इससे उनकी मैरिड लाइफ किसी खूबसूरत फूल की तरह खिलती है और दोनों कॉन्फिडेंस से भर जाते हैं।
    • कन्या और कर्क दोनों ही राशियां अपनी रिलेशनशिप में ऑनेस्ट और लॉयल होती हैं, इसलिए इनकी मैरिड लाइफ को किसी बाहरी ताकत से कोई खतरा नहीं होता।
    • कर्क को अपने लिए किसी ऐसे पार्टनर की तलाश होती है, जो बेहतर ढंग से उसकी केयर कर सके और इस मामले में इमोशनल कन्या जातक से बेहतर कोई नहीं हो सकता है।
    • इन दोनों राशियों की सक्सेसफुल मैरिड लाइफ में इनकी फैमिली भी अहम रोल प्ले करती है, क्योंकि दोनों ही अपना अधिकांश फ्री समय अपनी फैमिली के साथ स्पेंड करना पसंद करते हैं। फैमिली के पॉजिटिव माहौल में इनकी रिलेशनशिप ज्यादा सामंजस्यपूर्ण होती जाती है।
    • समय बीतने के साथ कन्या राशि के जातक खुद को कर्क के साथ अधिक सेफ फील करते हैं। इनकी जोड़ी अपनी लाइफ पर ज्यादा फोकस करती है और अपना परिवार बढ़ाने के लिए प्रयास करती है।

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कन्या और कर्क के सेक्सुअल रिलेशनशिप

इंडियन कल्चर में आज भी विवाह दो लोगों से कहीं अधिक दो परिवारों का मिलन होता है। दोनों अनजान लोगों के बीच सार्थक संबंध स्थापित करने और उनकी अनुकूलता का स्तर पता करने के लिए भी एस्ट्रोलॉजी से संबंधित कई ट्रेडिशनल कस्टम्स देखने को मिलते हैं। एस्ट्रोलॉजी के रूल्स को फॉलो कर फ्यूचर की पॉसिबलिटीज का आकलन किया जा सकता है, उन्हीं में से एक है सेक्सुअल रिलेशनशिप।

  • कन्या जातक सेक्सुअल रिलेशनशिप के प्रति थोड़े रिजर्व होते हैं, लेकिन कर्क जातकों के सपोर्ट से धीरे धीरे उनमें रोमांस पनपने लगता है।
  • कन्या और कर्क की लाइफ में उनकी सेक्स रिलेशनशिप काफी इम्पोर्टेंट होती है, क्योंकि दोनों ही पार्टनर धीरे-धीरे अपनी रिलेशनशिप को आगे बढ़ाते हैं।
  • कर्क राशि वाले कन्या जातकों को उत्तेजित करने के लिए नए-नए तरीके आजमाते हैं, इससे कन्या राशि के जातकों का छिपा पक्ष उभर कर सामने आने लगता है।
  • समय बीतने के साथ इनकी रिलेशनशिप में इंटिमेसी और रोमांस भी बढ़ती जाती है, दोनों हमेशा एक-दूसरे के प्रति अट्रैक्ट होते हैं और साथ में रोमांटिक मोमेंट स्पेंड करना चाहते हैं।
  • कन्या और कर्क के रिश्ते में कर्क जातक एक्टिव पार्टनर का रोल प्ले करते हैं औऱ उनमें कन्या को फिजिकली सेटिस्फाइड करने की क्षमता होती है। कर्क जातक कन्या जातकों को चरम सुख का आनंद दे सकते हैं।

हर म्यूचुअल रिलेशनशिप में पार्टनर्स के बीच हर स्तर पर आपसी अंडरस्टैंडिंग की आवश्यकता होती है और ये दोनों ही लोग इस बात को बहुत ही अच्छी तरह समझते हैं। आमतौर पर कर्क और कन्या राशि आपस में मिलकर एक उत्तम जोड़ी का निर्माण कर सकते हैं। उन दोनों में कई तरह की समानता देखने को मिलती है। उन दोनों के संबंधों में परस्पर सम्मान और सराहना की भावना होती हैं, लेकिन लंबे समय के अंतराल में कर्क राशि के जातकों का का चिड़चिड़ापन कन्या जातकों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है। हालांकि छोटे-छोटे डिस्प्यूट को छोड़ कन्या और कर्क की रिलेशनशिप बेहतर नजर आती है।

राशि चिन्ह अनुकूलता

आपकी साइन

Mar 21-Apr 20

पार्टनर की साइन

Mar 21-Apr 20

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